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खरखौदा में दबा मिला अवैध शराब का जखीरा, सोनीपत घोटाले से जुड़े हो सकते हैं तार - सोनीपत शराब घोटाला

सोनीपत के खरखौदा में जमीन के नीचे अवैध शराब का जखीरा मिला है. पुलिस ने शराब को कब्जे में ले लिया है. जिन पेटियों में शराब रखी गई थी वो पेटियां सड़ चुकी हैं. ऐसे में ये आशंका जताई जा रही है कि इस घोटाले के तार सोनीपत शराब घोटाले से जुड़े हो सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Illegal liquor found under soil
मिट्टी के नीचे दबी मिली अवैध शराब
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Published : May 15, 2020, 4:19 PM IST

सोनीपत: जिले के खरखौदा इलाके में जमीन के नीचे भारी मात्रा में अवैध शराब मिली है. पुलिस ने शराब को कब्जे में ले लिया है. जानकारी के अनुसार खरखौदा सीमा से मटिण्डू बाइपास पर बने रैन बसेरा के पास जमीन के नीचे काफी मात्रा में शराब का जखीरा मिला है. शराब की पेटियों में बीयर, देसी और अंग्रेजी के विभिन्न ब्रांड शामिल हैं.

जिन पेटियों में शराब दबाई गई थी. वो पेटियां सड़ चुकी हैं. उनको देखकर लगता है कि ये शराब काफी समय ये मिट्टी में दबाकर रखी गई हैं. जिन्हें मिट्टी से निकालकर और गिनती कर नई पेटियों और बोरियों में भरा गया. वहीं, जमीन के नीचे मिली अवैध शराब के तार खरखौदा के गोदाम से गायब 5500 पेटियों से जोड़ कर देखे जा रहे हैं.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है.

खरखौदा में दबा मिला अवैध शराब का जखीरा

जांच के लिए एसआईटी गठित

सरकार ने शराब घोटाले मामले में एसआईटी का गठन किया है. ये एसआईटी सीनियर आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में जांच करेगी. इसमें एडीजीपी सुभाष यादव और अतिरिक्त एक्साइज आयुक्त विजय सिंह को भी शामिल किया गया है. ये एसआईटी 31 मई तक अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपेगी.

पानीपत में सोनीपत जैसे शराब घोटाला!

सोनीपत शराब गोदाम के जैसे ही पानीपत के समालखा के एलवन गोदाम से भी भारी मात्रा में शराब की पेटियां गायब मिली हैं. पानीपत सीआईए की टीम ने समालखा के एक शराब गोदाम से करीब 4500 पेटी शराब गायब होने का मामला उजागर किया है. इस मामले में एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दरअसल पानीपत के जिस गोदाम से शराब चोरी हुई है वो 2016 में ही सील हो चुका है. इसी सील गोदाम से भी भारी मात्रा में शराब की तस्करी होती रही. इसके तार सोनीपत घोटाले और पुलिस से भी जुड़े हो सकते हैं.

जेजेपी नेता गिरफ्तार

जेजेपी नेता सतविंदर राणा को पानीपत शराब तस्करी और चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. उसे पानीपत क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ के सेक्टर तीन स्थित एमएलए हॉस्टल से गिरफ्तार किया है.

कौन है सतविंदर राणा ?

सतविंदर राणा अभी जननायक जनता पार्टी में है और वो जेजेपी के ही टिकट पर 2019 में कलायत विधानसभा से चुनाव लड़ चुका है. सतविंदर राणा पूर्व विधायक है और वो कांग्रेस पार्टी में भी रह चुका है. सतविंदर राणा 2017 से 2014 तक कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर रहा है. 1996 में पहली बार सतबीर राणा विधायक बना था. सतविंदर राणा मूलरूप से कैथल के गांव राजौंद का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें- पानीपत में सोनीपत जैसे शराब घोटाले का अंदेशा, गोदाम से गायब मिली 4500 पेटी शराब, पुलिसकर्मी समेत 6 गिरफ्तार

सोनीपत: जिले के खरखौदा इलाके में जमीन के नीचे भारी मात्रा में अवैध शराब मिली है. पुलिस ने शराब को कब्जे में ले लिया है. जानकारी के अनुसार खरखौदा सीमा से मटिण्डू बाइपास पर बने रैन बसेरा के पास जमीन के नीचे काफी मात्रा में शराब का जखीरा मिला है. शराब की पेटियों में बीयर, देसी और अंग्रेजी के विभिन्न ब्रांड शामिल हैं.

जिन पेटियों में शराब दबाई गई थी. वो पेटियां सड़ चुकी हैं. उनको देखकर लगता है कि ये शराब काफी समय ये मिट्टी में दबाकर रखी गई हैं. जिन्हें मिट्टी से निकालकर और गिनती कर नई पेटियों और बोरियों में भरा गया. वहीं, जमीन के नीचे मिली अवैध शराब के तार खरखौदा के गोदाम से गायब 5500 पेटियों से जोड़ कर देखे जा रहे हैं.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है.

खरखौदा में दबा मिला अवैध शराब का जखीरा

जांच के लिए एसआईटी गठित

सरकार ने शराब घोटाले मामले में एसआईटी का गठन किया है. ये एसआईटी सीनियर आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में जांच करेगी. इसमें एडीजीपी सुभाष यादव और अतिरिक्त एक्साइज आयुक्त विजय सिंह को भी शामिल किया गया है. ये एसआईटी 31 मई तक अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपेगी.

पानीपत में सोनीपत जैसे शराब घोटाला!

सोनीपत शराब गोदाम के जैसे ही पानीपत के समालखा के एलवन गोदाम से भी भारी मात्रा में शराब की पेटियां गायब मिली हैं. पानीपत सीआईए की टीम ने समालखा के एक शराब गोदाम से करीब 4500 पेटी शराब गायब होने का मामला उजागर किया है. इस मामले में एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दरअसल पानीपत के जिस गोदाम से शराब चोरी हुई है वो 2016 में ही सील हो चुका है. इसी सील गोदाम से भी भारी मात्रा में शराब की तस्करी होती रही. इसके तार सोनीपत घोटाले और पुलिस से भी जुड़े हो सकते हैं.

जेजेपी नेता गिरफ्तार

जेजेपी नेता सतविंदर राणा को पानीपत शराब तस्करी और चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. उसे पानीपत क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ के सेक्टर तीन स्थित एमएलए हॉस्टल से गिरफ्तार किया है.

कौन है सतविंदर राणा ?

सतविंदर राणा अभी जननायक जनता पार्टी में है और वो जेजेपी के ही टिकट पर 2019 में कलायत विधानसभा से चुनाव लड़ चुका है. सतविंदर राणा पूर्व विधायक है और वो कांग्रेस पार्टी में भी रह चुका है. सतविंदर राणा 2017 से 2014 तक कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर रहा है. 1996 में पहली बार सतबीर राणा विधायक बना था. सतविंदर राणा मूलरूप से कैथल के गांव राजौंद का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें- पानीपत में सोनीपत जैसे शराब घोटाले का अंदेशा, गोदाम से गायब मिली 4500 पेटी शराब, पुलिसकर्मी समेत 6 गिरफ्तार

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