सोनीपतः हरियाणा में विधायकों को धमकी देने के मामले (Haryana mla threat case) में हरियाणा एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी कैश आलम 3 साल से दुबई में रह रहा था और ईद को ही बिहार लौटा था. दुबई में रहते ही वो पाकिस्तान के लोगों के संपर्क में आया और उनके लिए अपराधिक काम करने लगा. अधुलेश नाम का एक आरोपी भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है जिस पर बिहार के बेतिया में पोक्सो के तहत मामला दर्ज है और वो जेल में बंद था. इससे सोनीपत एसटीएफ के साथ-साथ गुरुग्राम एसटीएफ पूछताछ कर रही है.
एसटीएफ सोनीपत यूनिट के डीएसपी संदीप धनखड़ ने बताया कि जिन गैंगस्टर के नाम पर ये लोग धमकी देकर फिरौती वसूलते थे, वो इन्हें उस रकम में कमीशन देते थे. पाकिस्तान में बैठे इनके सरगना से इन्हें 10 से 15 प्रतिशत तक कमीशन मिलता था. बाकी की रकम ये हवाला के जरिये पाकिस्तान भेज देते थे. गिरफ्तार किये गये 7 आरोपी बिहार के रहने वाले हैं जिनमें से कुछ को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया है. इन सभी के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं. वहां बैठे सरगना के कहने पर ये धमकी देते थे. आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये हवाला के जरिए फिरौती के पैसे पाकिस्तान भेजते थे.
संदीप धनखड़ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 92 एटीएम कार्ड, 56 सिम कार्ड, 24 मोबाइल, 22 पास बुक और 3 लाख 97 हजार रुपए बरामद किए हैं. अभी तक इन्होंने बिहार के लोगों के 727 बैंक खातों से लगभग 2 करोड़ 77 लाख रुपए पाकिस्तान में बैठे सरगना को भेजे हैं. इन्होंने गरीब लोगों से बैंक खाते किराये पर ले रखे थे और कुछ ऐसे भी लोगों के खाते यूज करते थे जिनके परिजन विदेश में रहते हैं. पिछले 8 महीनों में आरोपी ये काम कर रहे थे और 867 बार इन खातों से पाकिस्तान में ट्रांजेक्शन किया गया. एसटीएफ डीएसपी संदीप धनखड़ ने बताया कि पाकिस्तान में बैठे सरगना ही इन्हें विधायकों और अन्य लोंगों के नंबर सोशल मीडिया से लेकर देते थे.
हरियाणा में अब तक कई विधायकों को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है. 26 जून से 28 जून के बीच हरियाणा में कई विधायकों को जान से मारने और रंगदारी मांगने की धमकी (Threats to MLAs in Haryana) मिल चुकी है. इनमें से कुछ विधायकों को विदेशी फोन नंबर से धमकी दी गई है. धमकी देने वाले खुद को कुख्यात गैंगस्टर बता रहे हैं. जिन विधायकों को धमकी मिली है उनमें बीजेपी के विधायक भी शामिल हैं. साढौरा से कांग्रेस विधायक रेनू बाला, सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान, सफीदों से कांग्रेस के विधायक सुभाष गांगोली और सोहना से बीजेपी विधायक संजय सिंह को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि जिन फोन नंबरों से कॉल आई, वह मिडल ईस्ट देशों के नंबर हैं और उन्हें पाकिस्तान में बैठकर ऑपरेट किया जा रहा है. पंजाब के कुछ पूर्व विधायकों को भी इन्हीं नंबरों से धमकियां दी गईं. सभी विधायकों से अलग-अलग भाषा में बातचीत की गई. शुरुआती जांच के अनुसार, इस गैंग के 10 सदस्य पाकिस्तान में बैठे हैं.
सरकार ने विधायकों को धमकी देने का मामला एसटीएफ को सौंपा था. पुलिस हरकत में आई और धमकी देने वाले कई आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ के नाम पर जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांगते थे. सोनीपत एसटीएफ ने इसी मामले में 7 लोगों को 31 जुलाई को गिरफ्तार किया थी. आरोपियों के नाम दुलेश आलम, बदरे आलम, अमित यादव, सद्दीक अनवर, सनोज कुमार, अधुलेश व कैश आलम हैं. एसटीएफ ने मुंबई से दुलेश आलम और बदरे आलम को और बाकियों को बिहार से गिरफ्तार किया था.
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