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सोनीपतः शराब तस्करी की जांच अब खरखौदा के बाद पंजाब में की जाएगी - हरियाणा शराब घोटाला

खरखौदा के गोदाम में रखी पुलिस की जब्त की गई शराब की तस्करी मामले में एसआईटी ने अपने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. एसआईटी जरूरी साक्ष्य जमा करने के लिए पंजाब जाएगी.

haryana liquor scam investigation in Punjab after Kharkhauda
हरियाणा शराब घोटाला
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Published : May 30, 2020, 10:33 AM IST

सोनीपत: खरखौदा गोदाम में रखी शराब की तस्करी मामले की जांच अब पंजाब तक की जाएगी. एसआईटी के सदस्य जल्द ही पंजाब जाएंगे और जरूरी साक्ष्य एकत्र करेंगे. इसके लिए पंजाब पुलिस से संपर्क किया गया है.

आरोपी भूपेंद्र से पूछताछ में मिली अहम जानकारी

इस मामले में अभी तक 13 पुलिसकर्मियों और पांच अन्य लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है. बाकि कई अन्य नाम सामने आ रहे हैं. शराब तस्करी की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले से जुड़े कई बड़े गुर्गों की तलाश शुरू कर दी है.

आरोपी भूपेंद्र से पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली थीं. वहीं बर्खास्त इंस्पेक्टर जसबीर की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है. अब एसआईटी की टीम पंजाब जाने की तैयारी में है. वहां से मानकों को ताक पर रखकर तस्करी के लिए शराब बाहर निकलवाने वालों की तलाश की जाएगी.

खरखौदा से कई राज्यों में होती थी शराब की तस्करी

बताया जा रहा है कि खरखौदा से शराब की तस्करी कई राज्यों को होती थी. अंतरराज्यीय शराब तस्कर भूपेंद्र ने एसआईटी को बताया था कि वो शराब पंजाब से लेकर आते थे. डिस्टलरी से मानकों को ताक पर रखकर शराब उसे दे दी जाती थी.

पंजाब से तस्करी की शराब भूपेंद्र के ट्रकों में प्याज व अन्य सामान के नीचे रखकर खरखौदा लाई जाती थी. इससे आगे की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है. इसमें भूपेंद्र के शराब के मनमाने ब्रांड तैयार करने और कई राज्यों की शराब तैयार करने की जानकारी जांच टीम को मिल चुकी है. अब एसआईटी की जांच शराब फैक्ट्री से तस्करी के लिए शराब बाहर निकालने पर केंद्रित हो गई है.

SIT लेगी पंजाब पुलिस की मदद

खरखौदा से चलकर एसआईटी की जांच पंजाब पहुंचेगी तो कई बड़े नाम सामने आने की आशंका है. इसमें शराब फैक्ट्री के अधिकारियों के साथ ही कई राजनेताओं और पुलिस आबकारी अधिकारियों की जांच की जा सकती है. इसके लिए एसआईटी ने पंजाब पुलिस की मदद लेने को संपर्क करना शुरू कर दिया है. एसआईटी शराब तस्करों के आपसी गठजोड़ का भी पर्दाफाश करेगी. उसके साथ ही तस्करों को कानून की गिरफ्त में लाकर उनका सफाया किया जाएगा.

तस्करी के लिए शराब की व्यवस्था पंजाब डिस्टलरी से की जाती थी. भूपेंद्र ने इसको स्वीकार कर लिया था. भूपेंद्र के साथ और कौन लोग जुड़े थे और शराब को किस तरह से लाया जाता था, इसकी जांच पंजाब से शुरू की जाएगी. एसआईटी की टीम जल्द ही पंजाब जाएगी और जरूरी साक्ष्य एकत्र करेगी. अहम पूरी चेन जोड़कर तस्करी के धंधेबाजों को कानून की गिरफ्त में लाएंगे.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं.

ये भी पढ़ें- निजी अस्पताल ने नहीं किया कोरोना संक्रमित का इलाज, डीसी ने भेजा कारण बताओ नोटिस

सोनीपत: खरखौदा गोदाम में रखी शराब की तस्करी मामले की जांच अब पंजाब तक की जाएगी. एसआईटी के सदस्य जल्द ही पंजाब जाएंगे और जरूरी साक्ष्य एकत्र करेंगे. इसके लिए पंजाब पुलिस से संपर्क किया गया है.

आरोपी भूपेंद्र से पूछताछ में मिली अहम जानकारी

इस मामले में अभी तक 13 पुलिसकर्मियों और पांच अन्य लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है. बाकि कई अन्य नाम सामने आ रहे हैं. शराब तस्करी की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले से जुड़े कई बड़े गुर्गों की तलाश शुरू कर दी है.

आरोपी भूपेंद्र से पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली थीं. वहीं बर्खास्त इंस्पेक्टर जसबीर की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है. अब एसआईटी की टीम पंजाब जाने की तैयारी में है. वहां से मानकों को ताक पर रखकर तस्करी के लिए शराब बाहर निकलवाने वालों की तलाश की जाएगी.

खरखौदा से कई राज्यों में होती थी शराब की तस्करी

बताया जा रहा है कि खरखौदा से शराब की तस्करी कई राज्यों को होती थी. अंतरराज्यीय शराब तस्कर भूपेंद्र ने एसआईटी को बताया था कि वो शराब पंजाब से लेकर आते थे. डिस्टलरी से मानकों को ताक पर रखकर शराब उसे दे दी जाती थी.

पंजाब से तस्करी की शराब भूपेंद्र के ट्रकों में प्याज व अन्य सामान के नीचे रखकर खरखौदा लाई जाती थी. इससे आगे की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है. इसमें भूपेंद्र के शराब के मनमाने ब्रांड तैयार करने और कई राज्यों की शराब तैयार करने की जानकारी जांच टीम को मिल चुकी है. अब एसआईटी की जांच शराब फैक्ट्री से तस्करी के लिए शराब बाहर निकालने पर केंद्रित हो गई है.

SIT लेगी पंजाब पुलिस की मदद

खरखौदा से चलकर एसआईटी की जांच पंजाब पहुंचेगी तो कई बड़े नाम सामने आने की आशंका है. इसमें शराब फैक्ट्री के अधिकारियों के साथ ही कई राजनेताओं और पुलिस आबकारी अधिकारियों की जांच की जा सकती है. इसके लिए एसआईटी ने पंजाब पुलिस की मदद लेने को संपर्क करना शुरू कर दिया है. एसआईटी शराब तस्करों के आपसी गठजोड़ का भी पर्दाफाश करेगी. उसके साथ ही तस्करों को कानून की गिरफ्त में लाकर उनका सफाया किया जाएगा.

तस्करी के लिए शराब की व्यवस्था पंजाब डिस्टलरी से की जाती थी. भूपेंद्र ने इसको स्वीकार कर लिया था. भूपेंद्र के साथ और कौन लोग जुड़े थे और शराब को किस तरह से लाया जाता था, इसकी जांच पंजाब से शुरू की जाएगी. एसआईटी की टीम जल्द ही पंजाब जाएगी और जरूरी साक्ष्य एकत्र करेगी. अहम पूरी चेन जोड़कर तस्करी के धंधेबाजों को कानून की गिरफ्त में लाएंगे.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं.

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