सोनीपत: तीन कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा और पंजाब के किसान सिंघु बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांगों को लेकर बैठकों का दौर खत्म हो चुका है. मीटिंग में अभी के लिए कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. वहीं भाकियू प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि केंद्र सरकार की शर्तों के साथ कोई बातचीच नहीं होगी.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों ने यही फैसला लिया है कि केंद्र सरकार की किसी भी शर्त के साथ कोई बात नहीं होगी. जब तक किसानों की मांगों को मान नहीं लिया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा. चढूनी ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि किसानों की मांग जल्द से जल्द मानी जाए.
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गुरनाम चढूनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अब दूसरे प्रदेशों के किसान भी दिल्ली कूच कर रहे हैं. आने वाले दिनों में ये आंदोलन गंभीर रूप ले सकता है. चढूनी ने कहा कि सरकार हम पर कितने भी मुकदमें कर ले, लेकिन ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
गुरनाम चढूनी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि अभी तक किसानों की ना सरकार से कोई बात हुई है और ना ही किसी अधिकारी से. गुरनाम चढूनी ने कहा कि केंद्र सरकार की किसी भी शर्त पर हम बात नहीं करेंगे. बिना शर्त ही किसान बात करने को तैयार होंगे.