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गोहानाः बजट आने से पहले ही निराश हैं किसान, कर रहे हैं कर्ज माफी की मांग

केंद्र सरकार के आने वाले बजट को लेकर गोहाना के किसानों में कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा है. किसान हताश नजर आ रहे हैं, साथ ही कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं.

GOHANA
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Published : Jan 29, 2020, 11:01 AM IST

सोनीपतः 1 फरवरी को केंद्र सरकार का बजट आने वाला है. जिस पर पूरे देश के लोगों की निगाहें टिकी है. देश का हर वर्ग आने वाले बजट से आस लगाए बैठा है. बजट से हर किसी को उम्मीदें हैं.

बजट आने से पहले ही निराश किसान
लेकिन सोनीपत के गोहाना के कुछ किसान बजट आने से पहले ही निराश हैं तो वहीं कुछ किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि देश आजाद होने के बाद से ही सबसे बदर हालत किसान की है .आज तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने किसान को फसल का उचित मूल्य नहीं दिया है आज के टाइम हजारों किसान आत्महत्या कर रहे हैं.

सरकारें नहीं करती किसानों का ख्याल
किसानों का कहना है कि बजट की बात करें तो 100 में से 1रु. किसानों के ऊपर खर्च किया जा रहा है. जबकि हिन्दुस्तान में 65 फीसदी लोग किसान हैं. ऐसे में बजट का 65 फीसदी हिस्सा किसानों को मिलना चाहिए. लेकिन कोई भी सरकार बजट में किसानों का ख्याल नहीं करती है.

गोहानाः बजट आने से पहले ही निराश हैं किसान, कर रहे हैं कर्ज माफी की मांग

कर्ज माफी की मांग कर रहे किसान
किसानों को केंद्र सरकार के बजट से बहुत उम्मीद होती हैं, लेकिन उम्मीदों के अनुसार बजट नहीं मिलता. किसानों का मानना है अबकी बार केंद्र सरकार किसानों पर कर्ज माफ करने का प्रवाधान बजट के अंदर लेकर आए.

2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की मांग
किसानों का कहना है कि प्रदेश के दूसरे राज्यों किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए गए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार हरियाणा के किसानों का भी 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का प्रावधान बजट में करें.

प्रधानमंत्री से वादा निभाने की मांग
किसानों का कहना है कि सरकार की मदद किसानों तक नहीं पहंच रही है. लोकसभा के चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किसानों के लिए अच्छे वादे किए थे. अब उनके वादे निभाने का वक्त है.

ये भी पढ़ेंः- सक्षम युवा योजना से नहीं पूरी हो रही उम्मीदें, सभी शिक्षित बेरोजगारों को फायदा नही

सोनीपतः 1 फरवरी को केंद्र सरकार का बजट आने वाला है. जिस पर पूरे देश के लोगों की निगाहें टिकी है. देश का हर वर्ग आने वाले बजट से आस लगाए बैठा है. बजट से हर किसी को उम्मीदें हैं.

बजट आने से पहले ही निराश किसान
लेकिन सोनीपत के गोहाना के कुछ किसान बजट आने से पहले ही निराश हैं तो वहीं कुछ किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि देश आजाद होने के बाद से ही सबसे बदर हालत किसान की है .आज तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने किसान को फसल का उचित मूल्य नहीं दिया है आज के टाइम हजारों किसान आत्महत्या कर रहे हैं.

सरकारें नहीं करती किसानों का ख्याल
किसानों का कहना है कि बजट की बात करें तो 100 में से 1रु. किसानों के ऊपर खर्च किया जा रहा है. जबकि हिन्दुस्तान में 65 फीसदी लोग किसान हैं. ऐसे में बजट का 65 फीसदी हिस्सा किसानों को मिलना चाहिए. लेकिन कोई भी सरकार बजट में किसानों का ख्याल नहीं करती है.

गोहानाः बजट आने से पहले ही निराश हैं किसान, कर रहे हैं कर्ज माफी की मांग

कर्ज माफी की मांग कर रहे किसान
किसानों को केंद्र सरकार के बजट से बहुत उम्मीद होती हैं, लेकिन उम्मीदों के अनुसार बजट नहीं मिलता. किसानों का मानना है अबकी बार केंद्र सरकार किसानों पर कर्ज माफ करने का प्रवाधान बजट के अंदर लेकर आए.

2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की मांग
किसानों का कहना है कि प्रदेश के दूसरे राज्यों किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए गए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार हरियाणा के किसानों का भी 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का प्रावधान बजट में करें.

प्रधानमंत्री से वादा निभाने की मांग
किसानों का कहना है कि सरकार की मदद किसानों तक नहीं पहंच रही है. लोकसभा के चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किसानों के लिए अच्छे वादे किए थे. अब उनके वादे निभाने का वक्त है.

ये भी पढ़ेंः- सक्षम युवा योजना से नहीं पूरी हो रही उम्मीदें, सभी शिक्षित बेरोजगारों को फायदा नही

Intro:केंद्र सरकार का 1 फरवरी के होने वाले बजट पास को लेकर किसानों को कहना कर्ज माफी हमारी आस


Body:देश की आजादी में किसानों का सहयोग रहा है देश आजाद होने के बाद सबसे बदर हालत किसान की है आज तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने किसान को फसल का उचित मूल्य नहीं दिया है आज के टाइम हजारों किसान आत्महत्या कर रहे हैं बजट की बात करें तो 100 में से ₹1 किसानों के ऊपर खर्च किया जा रहा है आपके बजट की बात करें तो केंद्र सरकार से मांग करता हूं हिंदुस्तान में 65 परसेंट किसान के बाद ही हैं तो 65 परसेंट ही किसान को बजट मिलना चाहिए बजट से कुछ खास उम्मीद किसानों को नहीं है केंद्र सरकार के बजट की उम्मीद बहुत होती हैं लेकिन उम्मीदों के अनुसार बजट नहीं मिलता किसानों को किसानों का मानना है अबकी बार केंद्र सरकार किसानों पर कर्ज़ बजट के अंदर माफ करने को लेकर आए अगर दूसरी स्टे्टों की बात करें तो किसानों के दो ₹200000 वहां की राज्य सरकारों ने माफ किए हैं हम भी चाहते हैं केंद्र की सरकार हरियाणा के किसानों का भी कर्ज माफ करें बजट को लेकर कुछ किसानों ने कहा है सरकार के मदद किसानों तक नहीं पहुंचते उस पर भी ध्यान देना चाहिए लोकसभा के चुनाव में भी हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किसानों के लिए अच्छे वादे किए थे अब उनके वादे निभाने का टाइम है




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