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गोहाना में बनाया जाएगा साइलो गोदाम, 25 हजार मीट्रिक टन होगी क्षमता - sonipat fci warehouse

गोहाना में रेलवे स्टेशन के सामने पार्क की जमीन पर एफसीआई साइलो गोदाम तैयार करेगा. नया गोदाम बनाने के बाद एजेंसी को अनाज का भंडारण खुले में नहीं करना पड़ेगा. साइलो गोदाम में अनाज लंबे समय तक भी भंडारण किया जा सकेगा.

silo warehouse in gohana sonipat
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Published : Jan 6, 2021, 4:09 PM IST

सोनीपत: अनाज के भंडारण के लिए एफसीआई नए गोदाम का निर्माण करेगा. नया गोदाम साइलो तकनीक का बनाया जाएगा. साइलो गोदाम में 25 हजार मीट्रिक टन अनाज का भंडारण किया जा सकेगा. नया गोदाम बनाने के बाद एजेंसी को अनाज का भंडारण खुले में नहीं करना पड़ेगा. जिससे बरसात से अनाज खराब नहीं होगा. साइलो गोदाम में अनाज लंबे समय तक भी भंडारण किया जा सकेगा.

गोहाना में बनाया जाएगा साइलो गोदाम, 25 हजार मीट्रिक टन होगी क्षमता

एफसीआई मैनेजर बीके सिंह नदियाल ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने पार्क की जमीन पर गोदाम तैयार किया जाएगा. जमीन रेलवे की है और इस संबंध में रेलवे अधिकारियों से बातचीत चल रही है. ये प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द शहर में अनाज भंडारण के लिए गोदाम तैयार करवाया जाए.

ये भी पढ़ें- हिसार कृषि विश्वविद्यालय ने गेहूं का ऐसा बीज तैयार किया है जिससे बढ़ जाएगी पैदावार

उन्होंने बताया कि साइलो गोदाम बनने से 25 हजार मीट्रिक टन अनाज भंडारण किया जा सकेगा. इससे फायदा है कि बरसात में गेहूं बिकेगा नहीं और एफसीआई के पास एक और अपना गोदाम हो जाएगा. सरकार रेलवे स्टेशन नजदीक होने की वजह से रेलवे वाली जमीन पर ज्यादा फोकस कर रही है. जल्द ही किसी निजी कंपनी को टेंडर दिया जा सकता है.

ऐसे होगा साइलो गोदाम में अनाज का भंडारण

एफसीआई अधिकारी के अनुसार साइलो गोदाम आधुनिक तकनीक से तैयार किया हुआ गोदाम होता है. गोदाम में अनाज का भंडारण एक चेन सिस्टम विधि द्वारा होता है. अनाज को बैग से निकाल कर चेन पर डाला जाता है और आगे बढ़ते हुए चेन से लगे आधुनिक उपकरण अनाज में क्षतिग्रस्त दाने मिट्टी आदि को अलग कर देंगे. साथ ही अनाज का प्रथम पॉइंट का वजन और अंतिम पॉइंट का वजन भी अपने आप हो जाएगा. चेन पर लगे उपकरण अनाज की नमी की मात्रा भी आकलन कर देंगे. अंत में अनाज एक स्थान पर इकट्ठा होता रहेगा.

सोनीपत: अनाज के भंडारण के लिए एफसीआई नए गोदाम का निर्माण करेगा. नया गोदाम साइलो तकनीक का बनाया जाएगा. साइलो गोदाम में 25 हजार मीट्रिक टन अनाज का भंडारण किया जा सकेगा. नया गोदाम बनाने के बाद एजेंसी को अनाज का भंडारण खुले में नहीं करना पड़ेगा. जिससे बरसात से अनाज खराब नहीं होगा. साइलो गोदाम में अनाज लंबे समय तक भी भंडारण किया जा सकेगा.

गोहाना में बनाया जाएगा साइलो गोदाम, 25 हजार मीट्रिक टन होगी क्षमता

एफसीआई मैनेजर बीके सिंह नदियाल ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने पार्क की जमीन पर गोदाम तैयार किया जाएगा. जमीन रेलवे की है और इस संबंध में रेलवे अधिकारियों से बातचीत चल रही है. ये प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द शहर में अनाज भंडारण के लिए गोदाम तैयार करवाया जाए.

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उन्होंने बताया कि साइलो गोदाम बनने से 25 हजार मीट्रिक टन अनाज भंडारण किया जा सकेगा. इससे फायदा है कि बरसात में गेहूं बिकेगा नहीं और एफसीआई के पास एक और अपना गोदाम हो जाएगा. सरकार रेलवे स्टेशन नजदीक होने की वजह से रेलवे वाली जमीन पर ज्यादा फोकस कर रही है. जल्द ही किसी निजी कंपनी को टेंडर दिया जा सकता है.

ऐसे होगा साइलो गोदाम में अनाज का भंडारण

एफसीआई अधिकारी के अनुसार साइलो गोदाम आधुनिक तकनीक से तैयार किया हुआ गोदाम होता है. गोदाम में अनाज का भंडारण एक चेन सिस्टम विधि द्वारा होता है. अनाज को बैग से निकाल कर चेन पर डाला जाता है और आगे बढ़ते हुए चेन से लगे आधुनिक उपकरण अनाज में क्षतिग्रस्त दाने मिट्टी आदि को अलग कर देंगे. साथ ही अनाज का प्रथम पॉइंट का वजन और अंतिम पॉइंट का वजन भी अपने आप हो जाएगा. चेन पर लगे उपकरण अनाज की नमी की मात्रा भी आकलन कर देंगे. अंत में अनाज एक स्थान पर इकट्ठा होता रहेगा.

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