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सोनीपत में भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार - सोनीपत भ्रूण लिंग जांच गिरोह पकड़ा

सोनीपत में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच के गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक महिला समेत पांच दलालों को गिरफ्तार किया है.

sonipat Fetal sex check gang
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Published : Jan 7, 2021, 7:30 AM IST

सोनीपत: जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झज्जर जिले की टीम के साथ मिलकर सोनीपत में भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ किया है. आरोपितों ने भ्रूण लिंग जांच के लिए 1.15 लाख रुपये में सौदा तय किया था.

दोनों टीमों ने एटलस रोड स्थित सत्यकिरण डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर से 1.04 लाख रुपये के साथ एक महिला समेत पांच दलालों को गिरफ्तार किया है. टीमों ने सभी आरोपितों को मॉडल टाउन चौकी पुलिस के हवाले कर दिया है. पुलिस आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ कर रही है.

सोनीपत पीनएडीटी टीम के प्रभारी डॉ. आदर्श शर्मा ने बताया कि झज्जर की टीम को सूचना मिली थी कि राजस्थान के गंगानगर के रहने वाले बलराम व भंवर लाल भ्रूण लिंग जांच कराते हैं. तीन दिन पहले झज्जर की ही टीम ने एक गर्भवती को डिकाय बनाकर उनके पास भेजा.

सोनीपत में भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

आरोपितों ने डिकाय से पहले 1.20 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में 1.15 लाख में सौदा तय हो गया. भ्रूण लिंग जांच कराने के आरोपित डिकाय को लेकर बुधवार को सोनीपत पहुंचे थे. इसकी सूचना झज्जर की टीम ने उन्हें दी. इसी आधार पर उन्होंने टीम गठित की.

ये भी पढ़ें- गुरुवार को पूरे प्रदेश में होगा कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन, जानें पूरी प्रक्रिया

झज्जर से डॉ. अचल त्रिपाठी की टीम भी सोनीपत पहुंची. दोनों टीमों ने दलालों का पीछा किया. दलालों ने पहले सोनीपत के वेस्ट रामनगर के रहने वाले रणबीर सिंह, मीना और गांव गुहणा के रहने वाले विकास से संपर्क किया. विकास रणबीर सिंह का दामाद है, दोनों सोनीपत कोर्ट में वकीलों के पास मुंशी का काम करते हैं.

इसके अलावा मीना शहर के एक ब्यूटी पार्लर में काम करती है. सोनीपत में एकत्रित होने के बाद ये सभी डिकाय को पहले आस्कर अस्पताल में ले गए, जहां पर रेफरल पर्ची बनाई गई. इसके बाद वे उसे संजीवनी अस्पताल ले गए, जहां पर अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका.

ये भी पढ़ें- रेवाड़ी: सीआईए टीम ने दो नशा तस्करों को पकड़ा, 56 किलोग्राम गांजा बरामद

इसके बाद वे डिकाय को लेकर एटलस रोड पर सत्यकिरण डायग्नोस्टिक सेंटर में पहुंचे. यहां उन्होंने अल्ट्रासाउंड के लिए 2500 रुपये फीस भी जमा कराई. सेंटर में नियमों के अनुसार डिकाय का अल्ट्रासाउंड किया गया. इसके बाद आरोपितों ने डिकाय को गर्भ में लड़की बताया और राजस्थान में ले जाकर उसका गर्भपात कराने की बात कही.

इसी दौरान संयुक्त टीम ने सेंटर से बाहर निकलते समय आरोपितों को दबोच लिया और पुलिस के हवाले किया. इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर आदर्श ने हमें पुलिस सहायता के लिए बुलाया था. उन्होंने सत्य किरण हॉस्पिटल के सामने से एक रेड की, और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक महिला भी शामिल है.

गिरफ्तार आरोपी बलराम, भंवरलाल राजस्थान के रहने वाले हैं और विकास, रणबीर सिंह व मीना सोनीपत के रहने वाले हैं. पुलिस ने पीएनडीटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- सिरसा: बैंक के लिए घर से निकली महिला हुई लापता, पुलिस तलाश में जुटी

सोनीपत: जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झज्जर जिले की टीम के साथ मिलकर सोनीपत में भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ किया है. आरोपितों ने भ्रूण लिंग जांच के लिए 1.15 लाख रुपये में सौदा तय किया था.

दोनों टीमों ने एटलस रोड स्थित सत्यकिरण डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर से 1.04 लाख रुपये के साथ एक महिला समेत पांच दलालों को गिरफ्तार किया है. टीमों ने सभी आरोपितों को मॉडल टाउन चौकी पुलिस के हवाले कर दिया है. पुलिस आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ कर रही है.

सोनीपत पीनएडीटी टीम के प्रभारी डॉ. आदर्श शर्मा ने बताया कि झज्जर की टीम को सूचना मिली थी कि राजस्थान के गंगानगर के रहने वाले बलराम व भंवर लाल भ्रूण लिंग जांच कराते हैं. तीन दिन पहले झज्जर की ही टीम ने एक गर्भवती को डिकाय बनाकर उनके पास भेजा.

सोनीपत में भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

आरोपितों ने डिकाय से पहले 1.20 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में 1.15 लाख में सौदा तय हो गया. भ्रूण लिंग जांच कराने के आरोपित डिकाय को लेकर बुधवार को सोनीपत पहुंचे थे. इसकी सूचना झज्जर की टीम ने उन्हें दी. इसी आधार पर उन्होंने टीम गठित की.

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झज्जर से डॉ. अचल त्रिपाठी की टीम भी सोनीपत पहुंची. दोनों टीमों ने दलालों का पीछा किया. दलालों ने पहले सोनीपत के वेस्ट रामनगर के रहने वाले रणबीर सिंह, मीना और गांव गुहणा के रहने वाले विकास से संपर्क किया. विकास रणबीर सिंह का दामाद है, दोनों सोनीपत कोर्ट में वकीलों के पास मुंशी का काम करते हैं.

इसके अलावा मीना शहर के एक ब्यूटी पार्लर में काम करती है. सोनीपत में एकत्रित होने के बाद ये सभी डिकाय को पहले आस्कर अस्पताल में ले गए, जहां पर रेफरल पर्ची बनाई गई. इसके बाद वे उसे संजीवनी अस्पताल ले गए, जहां पर अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका.

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इसके बाद वे डिकाय को लेकर एटलस रोड पर सत्यकिरण डायग्नोस्टिक सेंटर में पहुंचे. यहां उन्होंने अल्ट्रासाउंड के लिए 2500 रुपये फीस भी जमा कराई. सेंटर में नियमों के अनुसार डिकाय का अल्ट्रासाउंड किया गया. इसके बाद आरोपितों ने डिकाय को गर्भ में लड़की बताया और राजस्थान में ले जाकर उसका गर्भपात कराने की बात कही.

इसी दौरान संयुक्त टीम ने सेंटर से बाहर निकलते समय आरोपितों को दबोच लिया और पुलिस के हवाले किया. इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर आदर्श ने हमें पुलिस सहायता के लिए बुलाया था. उन्होंने सत्य किरण हॉस्पिटल के सामने से एक रेड की, और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक महिला भी शामिल है.

गिरफ्तार आरोपी बलराम, भंवरलाल राजस्थान के रहने वाले हैं और विकास, रणबीर सिंह व मीना सोनीपत के रहने वाले हैं. पुलिस ने पीएनडीटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

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