सोनीपत: केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. केंद्र सरकार की ओर से किसानों को संशोधन प्रस्ताव दिया गया, लेकिन किसानों ने संशोधन प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया. साथ ही अब आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया है. इसी कड़ी में सोनीपत में किसानों ने रिलायंस मॉल को ना सिर्फ बंद किया बल्कि मॉल के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि सरकार अंबानी-अडानी जैसे बड़े पूंजीपतियों की जेब तो भर रही है और हमारी मांग नहीं मान रही है. ऐसे में हमनें इन पूंजीपतियों के खिलाफ भी मोर्चा खोलने का फैसला लिया है. हम तबतक धरना जारी रखेंगे, जबतक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती.
बता दें कि किसानों के इस विरोध प्रदर्शन में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी तबके के लोग शामिल रहे. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की बात माननी ही होगी, नहीं तो वो लगातार पूंजीपतियों के प्रोडक्ट्स का विरोध करते रहेंगे.
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गौरतलब है कि किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के संशोधन के लिखित प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और सभी किसान नेता 3 कृषि कानून रद्द करवाने और MSP गारंटी कानून लागू करवाने पर अड़िग हैं.साथ ही किसानों की ओर से आगे की रणनीति भी तैयार की गई है. जिसके तहत-
- 12 दिसंबर को जयपुर-दिल्ली राजमार्ग को अवरुद्ध किया जाएगा
- किसान अदानी-अंबानी के उत्पादों जैसे रिलायंस की जियो सिम का बहिष्कार करेंगे
- 14 दिसंबर को पूरे देश में होगा विरोध प्रदर्शन
- 12 दिसंबर को टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा
- भाजपा नेताओं का घेराव किया जाएगा
- 14 दिसंबर को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड के किसान जिला मुख्यालयों पर एक दिन का धरना देंगे और अन्य राज्यों के किसान 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.
- जो धरने नहीं लगाएगा वो दिल्ली को कूच करेगा.