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सर्किल रेट बढ़ाने के लिए किसानों का उपमंडल कार्यालय पर प्रदर्शन - सर्किल रेट बढ़ोतरी किसान प्रदर्शन सोनीपत

खरखौदा के गांव मंडोरा में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों ने सोमवार को उपमंडल कार्यालय में पहुंचकर प्रदर्शन किया और प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए.

farmers protest in sonipat
farmers protest in sonipat
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Published : Feb 10, 2020, 7:33 PM IST

Updated : Feb 10, 2020, 7:39 PM IST

सोनीपत: उपमंडल कार्यालय में किसानों ना केवल प्रदर्शन किया बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों पर उनकी सर्किल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के तबादले की भी मांग की. उपमंडल कार्यालय में पहुंचे किसानों ने कहा कि पिछले 8 महीने से मंडोरा में चल रहे धरने के जरिये वे अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है.

उपमंडल कार्यालय के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए किसानों ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अब तक का सबसे न्यूनतम 27 लाख सर्किल रेट है. पूर्व के कांग्रेस एवं वर्तमान भाजपा दोनों के शासनकाल में सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.

सोनीपत में सर्किल रेट बढ़ाने के लिए किसानों का उपमंडल कार्यालय पर प्रदर्शन.

ये भी पढ़ेंः- राष्ट्रीय स्तर के यूथ फेस्टिवल में अंबाला के छात्रों का कमाल, म्यूजिक और स्किट में जीता पहला स्थान

सर्किल रेट पर बढ़ोतरी प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं न्याय के सिद्धांत को दरकिनार करके किसानों के साथ धोखा किया है, जिसको स्वीकार नहीं किया जाएगा. किसानों ने एसडीएम व राजस्व अधिकारियों पर भी बार-बार किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सर्किल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाया जा रहा है, जबकि अब किसान मुख्य सचिव को अग्रिम कार्रवाई के लिए शिकायत करेंगे.

किसानों ने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें सर्किल रेट को लेकर मौजूदा स्थिति से संबंधित फाइल की जानकारी नहीं दी गई तो वह एसडीएम के तबादले की भी मांग को लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे. किसानों ने जल्दी ही धरनास्थल पर किसान महापंचायत बुलाने की भी बात कही.

ये भी पढ़ेंः- रादौर: नशे के खिलाफ सरकार के साथ कई NGO, स्कूलों में चलाएंगे नशा मुक्ति सेमिनार

सोनीपत: उपमंडल कार्यालय में किसानों ना केवल प्रदर्शन किया बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों पर उनकी सर्किल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के तबादले की भी मांग की. उपमंडल कार्यालय में पहुंचे किसानों ने कहा कि पिछले 8 महीने से मंडोरा में चल रहे धरने के जरिये वे अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है.

उपमंडल कार्यालय के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए किसानों ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अब तक का सबसे न्यूनतम 27 लाख सर्किल रेट है. पूर्व के कांग्रेस एवं वर्तमान भाजपा दोनों के शासनकाल में सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.

सोनीपत में सर्किल रेट बढ़ाने के लिए किसानों का उपमंडल कार्यालय पर प्रदर्शन.

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सर्किल रेट पर बढ़ोतरी प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं न्याय के सिद्धांत को दरकिनार करके किसानों के साथ धोखा किया है, जिसको स्वीकार नहीं किया जाएगा. किसानों ने एसडीएम व राजस्व अधिकारियों पर भी बार-बार किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सर्किल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाया जा रहा है, जबकि अब किसान मुख्य सचिव को अग्रिम कार्रवाई के लिए शिकायत करेंगे.

किसानों ने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें सर्किल रेट को लेकर मौजूदा स्थिति से संबंधित फाइल की जानकारी नहीं दी गई तो वह एसडीएम के तबादले की भी मांग को लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे. किसानों ने जल्दी ही धरनास्थल पर किसान महापंचायत बुलाने की भी बात कही.

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Intro:सर्किलरेट बढ़ोतरी के लिए किसानों का उपमंडल कार्यालय पर प्रदर्शन...
एंकर -
खरखौदा के गांव मंडोरा में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों ने सोमवार को उपमंडल कार्यालय में पहुंचकर ना केवल प्रदर्शन किया बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों पर उनकी सर्किल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के तबादले की भी मांग की। उपमंडल कार्यालय में पहुंचे किसानों ने कहा कि पिछले 8 महीने से मंडोरा में चल रहे धरने के जरिये वे अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। Body:वीओ -
उपमंडल कार्यालय के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए किसानों ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अब तक का सबसे न्यूनतम 27 लाख सर्कल रेट है. पूर्व के कांग्रेस एवं वर्तमान भाजपा दोनों के शासनकाल में सर्कल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। जबकि सर्कलरेट पर बढ़ोतरी प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं न्याय के सिद्धांत को दरकिनार करके किसानों के साथ धोखा किया है, जिसको स्वीकार नहीं किया जाएगा। किसानों ने एसडीएम व राजस्व अधिकारियों पर भी बार-बार किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सर्कल रेट बढ़ाने की फाइल को दबाया जा रहा है, जबकि अब किसान मुख्य सचिव को अग्रिम कार्रवाई के लिए शिकायत करेंगे।
बाईट - रामकिशन, किसान
Conclusion:वहीं किसानों ने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें सर्कल रेट को लेकर मौजूदा स्थिति से संबंधित फाइल की जानकारी किसानों को नहीं दी गई तो वह एसडीएम के तबादले की भी मांग करेंगे। किसानों ने जल्दी ही धरनास्थल पर किसान महापंचायत बुलाने की भी बात कही।
Last Updated : Feb 10, 2020, 7:39 PM IST
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