सोनीपत: किसानों का आंदोलन बढ़ता जा रहा है. 6 दौर की बैठक के बाद भी कोई समाधान नहीं निकलता नजर आ रहा है. इस बीच केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव किसानों के पास भेजा. जिसे किसानों ने खारिज कर दिया है. किसान नेता बलदेव सिरसा ने ईटीवी भारत हरियाणा से खास बातचीत में कहा कि सरकार ने जो हमें प्रस्ताव भेजा था, हम उसको सिरे से खारिज कर रहे हैं.
बलदेव सिरसा ने कहा कि हम कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. जो की सरकार मान नहीं रही. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
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ईटीवी भारत हरियाणा से खास बातचीत में किसान नेता ने कहा कि हमने दिल्ली आने-जाने वाले सभी रास्तों को बंद करने की रणनीति बनाई है. अगर सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो दिल्ली का खाना-पानी बंद कर दिया जाएगा. बलदेव ने कहा कि हम सरकार को मुसीबत में देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मैं आम लोगों से माफी मांगता हूं जिनकों किसान आंदोलन की वजह से तकलीफ हो रही है.
सरकार के प्रस्ताव पर किसानों ने क्या कहा ?
किसानों ने सरकार के प्रस्ताव पर कहा कि ये वही बाते हैं जो 5 दिसंबर वाली बैठक में दोहराई गई थी. इनको हम पहले ही बैठक में ठुकरा चुके हैं. किसान नेताओं ने कहा कि हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे. आंदोलन को तेज करने को लेकर किसानों ने रणनीति तैयार कर ली है.
- जयपुर-दिल्ली हाइवे को 12 दिसंबर तक रोका जाएगा
- 14 दिसंबर को देशभर में धरना-प्रदर्शन होगा
- दिल्ली की सड़कों को जाम करेंगे
- 12 दिसंबर को सभी टोल प्लाजा फ्री करेंगे
- हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी और उत्तराखंड में 14 दिसंबर को एक दिन का प्रदर्शन होगा
- दक्षिण भारत के राज्यों में 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने होंगे
- अंबानी और अडानी के प्रोडक्ट का बहिष्कार करेंगे
- जियो के सिम पोर्ट कराएंगे, इनके मॉल और ऑफिसों का घेराव करेंगे
- देशभर में सरकार के मंत्रियों, बीजेपी नेताओं और कार्यालयों का घेराव होगा.