सोनीपत: किसान लगातार कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. हरियाणा और पंजाब के किसानों का दो दिनों से दिल्ली कूच जारी है. किसान अब टिकरी बॉर्डर और सिंघू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. वहीं अब किसानों के समर्थन में अन्य संगठन भी सामने आ रहे हैं. शनिवार को केंद्र और हरियाणा सरकार के खिलाफ गोहाना में हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ और जन चेतना मंच और किसान मंच ने मीटिंग कर शहर में विरोध मार्च निकाला.
हरियाणा महासंघ के जिला प्रधान रमेश खत्री ने कहा कि सरकार किसानों के साथ लुका छुपी का खेल जो 4 दिन से खेल रही है उसकी कर्मचारी संघ घोर निंदा करता है. उन्होंने कहा कि 25 तारीख से ही किसानों के ऊपर पानी की बौछार और जगह-जगह पर किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाना भी केंद्र और हरियाणा सरकार की दमनकारी नीति है.
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उन्होंने कहा कि इतनी सुरक्षा जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले के वक्त पहले की होती तो हमारे 50 शहीद सैनिक भाई बच जाते. सोनीपत का सिंघु बॉर्डर पाकिस्तान की तरह बॉर्डर में तबदील कर रखा है और हमारे किसान भाइयों को दुखी करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को सरकार वापस नहीं ले लेती हम किसानों के साथ खड़े हैं.