सोनीपत: कृषि कानूनों के विरोध में 22वें दिन भी किसानों का आंदोलन जारी रहा. कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान कड़कती ठंड में भी हरियाणा-दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं.
इस दौरान सरकार और किसानों के बीच 6 दौर की बतचीत तो जरूर हुई, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. वहीं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करने के बाद उम्मीद जताई है कि जल्द ही 7वें दौर की बैठक होगी और उसमें समाधान निकलेगा.
सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे दिव्यांग किसान जोगिंदर से ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने बातचीत की. बातचीत के दौरान जोगिंदर ने कहा कि मैं 6 एकड़ की भूमि पर खेती करता हूं. अब यहां कृषि कानून का विरोध करने के लिए सिंघु बॉर्डर पहुंचा हूं. क्योंकि आने वाले समय में इन कानूनों का नुकसान किसानों को बहुत ज्यादा उठाना पड़ेगा.
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किसान जोगिंदर ने कहा कि हम तो सरकार से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द इस कानून को वापस किया जाए, इसीलिए मैं किसानों के साथ 10 दिन से लगातार सर्दी में किसान आंदोलन में प्रदर्शन कर रहा हूं. बता दें कि किसान गुरुवार को 22वें दिन भी कड़कती ठंड के बीच धरने पर बैठे हुए हैं. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मान लेती तब तक वो धरने पर बैठे रहेंगे. इसके लिए वो पूरी तैयारी करके आए हैं.