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Cyber Crime in Sonipat: ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनी का बैंक अकाउंट हैक कर 1.89 करोड़ की ठगी - सोनीपत में साइबर क्राइम

सोनीपत में बिजली के उपकरण बनाने वाली कंपनी के बैंक अकाउंट से करोंड़ो रुपए की ठगी सामने (cyber fraud in sonipat) आई है. पुलिस ने तीन टीमें भी गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

Cyber crime in Sonipat
बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी के अकाउंट को हैक कर साइबर ठग ने की 1.89 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी
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Published : Aug 6, 2022, 4:43 PM IST

Updated : Aug 6, 2022, 6:38 PM IST

सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में साइबर अपराध (Cyber crime in Sonipat) बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला बहालगढ़ रोड सोनीपत (Cyber Fraud with Transformer Company) स्थित बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी का है. जहां कंपनी के बैंक खाते को हैक कर साइबर ठग ने 1.89 करोड़ रुपये उड़ा लिए. साइबर सेल ने जांच तेज कर दी है. साइबर टीम ने धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के मामले में ठगों तक पहुंचने के लिए तीन टीमें बनाई है.

बिना संपर्क किए ट्रांसफर हुए पैसे: सोनीपत में बिजली के ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनी ECE के साथ हुई ठगी का यह बड़ा मामला है. कंपनी के सीनियर मैनेजर प्रदीप रस्तोगी ने मुकदमा दर्ज कराया है. कंपनी प्रबंधन के अनुसार साइबर ठगों ने कंपनी के खाते से 1.89 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए. इसे लेकर ना तो उनके पास कोई फोन कॉल आया और ना ही मैसेज. सोनीपत में साइबर क्राइम (Cyber Fraud in Sonipat) का मामले के बाद कंपनी प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

ट्रांसफार्मर कंपनी से ठगी के मामले की जांच में जुटी पुलिस

साइबर थाना बनने के बाद : सोनीपत साइबर थाना (Sonipat cyber police station) बनने के बाद यह साइबर ठगी का सबसे बड़ा मामला है. वहीं एसपी हिमांशु गर्ग भी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. पुलिस को जांच में साइबर ठगों की संख्या कई होने की जानकारी मिली है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस पूरी ठगी को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है. वहीं शुरुआती जांच में पता चला है कि बैंक बंद होने के बाद कंपनी के खाते से पैसे निकाले गए (fraud in sonipat) हैं.

दर्जनभर से ज्यादा खातों में ट्रांसफर हुए पैसे: पुलिस जांच में पता चला है कि ठगी के पैसे पश्चिम बंगाल, पंजाब और महाराष्ट्र के दर्जनभर से ज्यादा खातों में ट्रांसफर किए गए हैं. जिससे एक ही खाते में बड़ी राशि पहुंचने पर सिस्टम उसको सीज न कर सके. साइबर ठगों के साथी तीनों राज्यों में पहले से ही तैयार थे. साइबर ठग ने दर्जनभर एटीएम का प्रयोग कर काफी राशि निकाल ली थी. उसके बाद बचे हुए पैसे दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए गए. पुलिस पता लगा रही है कि तीनों राज्यों में एक ही साइबर गैंग काम कर रहा था या वहां पर दूसरे गैंग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया गया. सोनीपत में साइबर ठगी के इस मामले की शुरुआती जांच में जिन दर्जनभर खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर करने की बात सामने आई है. पुलिस इन खातों की जानकारी लेने में जुटी है ताकि खाता धारकों तक पहुंचकर इस मामले के गुनहगारों तक पहुंचा जा सके.
मामले में तीन टीमें गठित: साइबर थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि बिजली के उपकरण बनाने वाली कंपनी के साथ करोड़ों रूपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. साइबर ठगों द्वारा जिन खातों में ठगी के पैसे भेजे गए हैं उनको तुरंत खाली कर दिया गया. बड़ी धनराशि दूसरे खातों में ट्रांसफर कर ली गई. मामले में तीन टीम गठित की गई हैं. अलग-अलग प्रदेशों में छापे मारे जा रहे हैं. जल्द ही साइबर गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी शुरू कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें Cyber Crime in Nuh: फेसबुक पर अवैध हथियार बेचने वालों के खिलाफ एफआईआर, तलाश में जुटी पुलिस

सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में साइबर अपराध (Cyber crime in Sonipat) बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला बहालगढ़ रोड सोनीपत (Cyber Fraud with Transformer Company) स्थित बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी का है. जहां कंपनी के बैंक खाते को हैक कर साइबर ठग ने 1.89 करोड़ रुपये उड़ा लिए. साइबर सेल ने जांच तेज कर दी है. साइबर टीम ने धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के मामले में ठगों तक पहुंचने के लिए तीन टीमें बनाई है.

बिना संपर्क किए ट्रांसफर हुए पैसे: सोनीपत में बिजली के ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनी ECE के साथ हुई ठगी का यह बड़ा मामला है. कंपनी के सीनियर मैनेजर प्रदीप रस्तोगी ने मुकदमा दर्ज कराया है. कंपनी प्रबंधन के अनुसार साइबर ठगों ने कंपनी के खाते से 1.89 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए. इसे लेकर ना तो उनके पास कोई फोन कॉल आया और ना ही मैसेज. सोनीपत में साइबर क्राइम (Cyber Fraud in Sonipat) का मामले के बाद कंपनी प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

ट्रांसफार्मर कंपनी से ठगी के मामले की जांच में जुटी पुलिस

साइबर थाना बनने के बाद : सोनीपत साइबर थाना (Sonipat cyber police station) बनने के बाद यह साइबर ठगी का सबसे बड़ा मामला है. वहीं एसपी हिमांशु गर्ग भी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. पुलिस को जांच में साइबर ठगों की संख्या कई होने की जानकारी मिली है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस पूरी ठगी को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है. वहीं शुरुआती जांच में पता चला है कि बैंक बंद होने के बाद कंपनी के खाते से पैसे निकाले गए (fraud in sonipat) हैं.

दर्जनभर से ज्यादा खातों में ट्रांसफर हुए पैसे: पुलिस जांच में पता चला है कि ठगी के पैसे पश्चिम बंगाल, पंजाब और महाराष्ट्र के दर्जनभर से ज्यादा खातों में ट्रांसफर किए गए हैं. जिससे एक ही खाते में बड़ी राशि पहुंचने पर सिस्टम उसको सीज न कर सके. साइबर ठगों के साथी तीनों राज्यों में पहले से ही तैयार थे. साइबर ठग ने दर्जनभर एटीएम का प्रयोग कर काफी राशि निकाल ली थी. उसके बाद बचे हुए पैसे दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए गए. पुलिस पता लगा रही है कि तीनों राज्यों में एक ही साइबर गैंग काम कर रहा था या वहां पर दूसरे गैंग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया गया. सोनीपत में साइबर ठगी के इस मामले की शुरुआती जांच में जिन दर्जनभर खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर करने की बात सामने आई है. पुलिस इन खातों की जानकारी लेने में जुटी है ताकि खाता धारकों तक पहुंचकर इस मामले के गुनहगारों तक पहुंचा जा सके.
मामले में तीन टीमें गठित: साइबर थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि बिजली के उपकरण बनाने वाली कंपनी के साथ करोड़ों रूपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. साइबर ठगों द्वारा जिन खातों में ठगी के पैसे भेजे गए हैं उनको तुरंत खाली कर दिया गया. बड़ी धनराशि दूसरे खातों में ट्रांसफर कर ली गई. मामले में तीन टीम गठित की गई हैं. अलग-अलग प्रदेशों में छापे मारे जा रहे हैं. जल्द ही साइबर गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी शुरू कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें Cyber Crime in Nuh: फेसबुक पर अवैध हथियार बेचने वालों के खिलाफ एफआईआर, तलाश में जुटी पुलिस

Last Updated : Aug 6, 2022, 6:38 PM IST
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