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सिंघू बॉर्डर पर बढ़ रही है मरीजों की संख्या, कोरोना टेस्ट कराने को तैयार नहीं किसान - Government corona

किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर करीब साढे चार महीने से धरना दे रहे हैं ऐसे में बढ़ते कोरोना ने फिक्र बढ़ी दी है कि कहीं इस प्रदर्शन में कोरोना किसी तरह की अनहोनी ना कर दे.

Corona may spread among farmers on the Singhu border
Corona may spread among farmers on the Singhu border
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Published : Apr 10, 2021, 9:35 PM IST

सोनीपतः किसान तीन नए कानूनों को वापस लेने की मांग लेकर 4 महीने से भी ज्यादा वक्त से दिल्ली के दर पर बैठे हैं. लेकिन कई दौर की बातचीत और रस्साकशी के बाद भी कोई हल निकल नहीं पाया है. किसानों ने पहले जाड़े की सर्द रातें झेलीं, उसके बाद अब सूरज की तपिश उन्हें तड़पा रही है और इस सबके बीच अब कोरोना का कहर. किसानों के बीच बीमारों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

ये भी पढ़ेंः शनिवार हरियाणा में मिले 2,937 कोरोना मरीज, एक्टिव केस 19 हजार के पार

एक कैंप में रोजाना 200 ओपीडी

मौजूदा स्थिति की बात करें तो फिलहाल हर 200 मरीज में से 50 मरीजों को खांसी और जुकाम की शिकायत का सामना करना पड़ रहा है लेकिन जिन किसानों को खांसी और जुकाम हो रहा है वह कोविड-19 का टेस्ट नहीं करा रहे हैं.

सिंघू बॉर्डर पर बढ़ रही है मरीजों की संख्या, कोरोना टेस्ट कराने को तैयार नहीं किसान

क्या कह रहे हैं किसान ?

किसान मनिंदर का कहना था कि हम इस सरकारी कोरोना को नहीं मानते. यहां हम में से कोई भी मास्क नहीं लगा रहा है और किसी को भी कोरोना नहीं है. एक और किसान हरदीप ने कहा कि जहां चुनाव होते हैं वहां सरकार बड़ी-बड़ी रैलियां करती है तब कोरोना नहीं फैलता, इन्हें किसानों के आंदोलन में ही कोरोना दिख रहा है.

ये भी पढ़ेंः मकान बनाने से रोका तो किसानों ने बना ली झोपड़ियां, गर्मी से बचने के लिए हैं खास इंतजाम

मास्क और 2 गज दूरी है जरूरी

किसानों से लेकर आमजन तक में इसको लेकर नाराजगी है कि चुनाव के वक्त में नेता अपने सब काम कर लेते हैं लेकिन उनकी बारी में सख्ती बरती जाती है. लेकिन ये भी एक हकीकत है कोरोना पूरे देश में फिर से पैर पसार रहा है और इस बार रफ्तार पहले से ज्यादा है. लिहाजा बॉर्डर पर बैठे किसानों को भी कुछ हद तक बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए क्योंकि वहां किसान खुले में और एक साथ रह रहे हैं वरना कहीं ऐसा ना हो कि दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों को कोरोना नाम की मुसीबत भी झेलनी पड़े.

ये भी पढ़ेंः खुली चुनौती देकर पंजाब से निकला लक्खा सिधाना, ढाई सौ गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचेगा दिल्ली

ये हरियाणा में कोरोना की रफ्तार

हरियाणा में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा होने लगा है. शनिवार को प्रदेश से 2937 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. जिसके बाद कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 19,453 हो गई है. वहीं रिकवरी रेट घटकर 92.75 प्रतिशत हो गया है.

ये भी पढ़ेंः सिंघु बॉर्डर पर खड़े इस ट्रक में मौजूद हैं 5 स्टार होटल जैसी सभी सुविधाएं, आप भी देखकर हो जाएंगे दंग

शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार सबसे ज्यादा 864 कोरोना पॉजिटिव केस गुरुग्राम से मिले. इसके अलावा करनाल से 271, फरीदाबाद से 200, यमुनानगर से 168, पंचकूला से 217, जींद से 14, सोनीपत से 203, सिरसा से 78 कोरोना संक्रमित मिले.

सोनीपतः किसान तीन नए कानूनों को वापस लेने की मांग लेकर 4 महीने से भी ज्यादा वक्त से दिल्ली के दर पर बैठे हैं. लेकिन कई दौर की बातचीत और रस्साकशी के बाद भी कोई हल निकल नहीं पाया है. किसानों ने पहले जाड़े की सर्द रातें झेलीं, उसके बाद अब सूरज की तपिश उन्हें तड़पा रही है और इस सबके बीच अब कोरोना का कहर. किसानों के बीच बीमारों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

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एक कैंप में रोजाना 200 ओपीडी

मौजूदा स्थिति की बात करें तो फिलहाल हर 200 मरीज में से 50 मरीजों को खांसी और जुकाम की शिकायत का सामना करना पड़ रहा है लेकिन जिन किसानों को खांसी और जुकाम हो रहा है वह कोविड-19 का टेस्ट नहीं करा रहे हैं.

सिंघू बॉर्डर पर बढ़ रही है मरीजों की संख्या, कोरोना टेस्ट कराने को तैयार नहीं किसान

क्या कह रहे हैं किसान ?

किसान मनिंदर का कहना था कि हम इस सरकारी कोरोना को नहीं मानते. यहां हम में से कोई भी मास्क नहीं लगा रहा है और किसी को भी कोरोना नहीं है. एक और किसान हरदीप ने कहा कि जहां चुनाव होते हैं वहां सरकार बड़ी-बड़ी रैलियां करती है तब कोरोना नहीं फैलता, इन्हें किसानों के आंदोलन में ही कोरोना दिख रहा है.

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मास्क और 2 गज दूरी है जरूरी

किसानों से लेकर आमजन तक में इसको लेकर नाराजगी है कि चुनाव के वक्त में नेता अपने सब काम कर लेते हैं लेकिन उनकी बारी में सख्ती बरती जाती है. लेकिन ये भी एक हकीकत है कोरोना पूरे देश में फिर से पैर पसार रहा है और इस बार रफ्तार पहले से ज्यादा है. लिहाजा बॉर्डर पर बैठे किसानों को भी कुछ हद तक बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए क्योंकि वहां किसान खुले में और एक साथ रह रहे हैं वरना कहीं ऐसा ना हो कि दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों को कोरोना नाम की मुसीबत भी झेलनी पड़े.

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ये हरियाणा में कोरोना की रफ्तार

हरियाणा में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा होने लगा है. शनिवार को प्रदेश से 2937 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. जिसके बाद कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 19,453 हो गई है. वहीं रिकवरी रेट घटकर 92.75 प्रतिशत हो गया है.

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शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार सबसे ज्यादा 864 कोरोना पॉजिटिव केस गुरुग्राम से मिले. इसके अलावा करनाल से 271, फरीदाबाद से 200, यमुनानगर से 168, पंचकूला से 217, जींद से 14, सोनीपत से 203, सिरसा से 78 कोरोना संक्रमित मिले.

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