सोनीपत: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार पर निशाना साधा है. सिंघु बॉर्डर पहुंचे चढूनी ने अपने संबोधन के दौरान सबसे पहले जनता से माफी मांगी.
चढूनी ने कहा कि दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हंगामे के लिए किसान संगठन माफी चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ एक झंडे की वजह से आज हमें देश की जनता का विरोध झेलना पड़ रहा है. चढूनी ने कहा कि कुछ गद्दारों की वहज से हमारे आंदोलन को बदनामी सहनी पड़ रही है.
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गुरनाम चढूनी ने इस हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. चढूनी ने कहा कि एक रणनीति के तहत ये सब कुछ किया गया है ताकि किसानों पर बदनामी का दाग लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि हमने पहले से ही दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों को चेताया था कि ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा हो सकती है लेकिन उन्होंने हमारी बात को नजर अंदाज किया.
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गुरनाम चढूनी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा और केंद्र सरकार हमें बदनाम करना चाहती है और जान बूझकर उनहोंने ही एसी स्थिति बनादी है ताकि हरियाणा और पंजाब के किसानों में फूट डाल सकें.
वहीं दीप सिद्धू को आड़े हाथों लेते हुए गुरनाम चढूनी ने कहा कि इन जैसे लोगों ने ही किसानों के आंदोलन को खराब करने का काम किया है. दीप सिद्धू ने भोले-भाले किसानों को भड़काया है और उसकी सजा आज ईमानदार किसानों को झेलनी पड़ रही है.
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चढूनी ने कहा कि इस देश का किसान हमेशा से ही ईमानदार था और हमेशा ईमानदार रहेगा. उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारी शान है और हम तिरंगे के लिए अपना सिर भी कटा सकतें हैं.