सोनीपत: बरोदा विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश में चुनावी हलचल तेज हो गई है. हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी की ओर से किसी कैंडिडेट का नाम घोषित नहीं हुआ है, लेकिन एक-दूसरे के संभावित उम्मीदवारों के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में कांग्रेस और भाजपा जुट चुकी हैं.
दरअसल, तीन दिन पहले गोहाना में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रेसवार्ता के दौरान बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त के बारे में कहा था कि हमने हरियाणा में खेल नीति बनाई. पूरे भारत में हरियाणा के खिलाड़ियों का डंका बजता था, लेकिन आज धक्के खाते फिर रहे हैं. ये जो योगेश्वर दत्त हैं उन्होंने अच्छा काम किया तो हमने इनको डीएसपी बनाया था. खिलाड़ियों का काम खेलना होता है राजनीति में नहीं आना चाहिए था. वैसे वो मेरा बहुत अजीज है, उसको डीएसपी की नौकरी ही करनी चाहिए थी.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने गोहाना में कहा था कि खिलाड़ियों को खेल खेलना चाहिए राजनीति में नहीं आना चाहिए. मैं उनको कहना चाहता हूं कि उनका परिवार 3 पीढ़ियों से राजनीति कर रहा है.
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दीपेंद्र सिंह हुड्डा विदेश में नौकरी करते थे वे राजनीति में क्यों आए. राजनीति में खिलाड़ी आईपीएस, पत्रकार, और भी व्यक्ति राजनीति में अच्छा काम करने के लिए आ सकते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मैंने एक सलाह दी है कि अगर बरोदा विधानसभा की जनता का इतना ही भला चाहते हैं तो कांग्रेस का उम्मीदवार उपचुनाव में बरोदा विधानसभा से नहीं उतारे.
बहरहाल बरोदा सीट पर तीन नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 10 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे. चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही राजनेताओं ने बयानों के तीर छोड़ने शुरू कर दिए हैं. अब देखना होगा कि बयानबाजी के इस अखाड़े में और कौन कौन कूदता है.
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