ETV Bharat / state

जहरीली शराब मामला: 'पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दे सरकार'

सोनीपत के गुमड़ गांव में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सरकार से मरने वालों के परिजनों को आर्थिक सहायता और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

Bhupinder hooda demand job and financial help for victim family members in sonipat poisonous liquor case
जहरीली शराब पीने से मरने वालों को आर्थिक सहायता के साथ परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे सरकार: भूपेंद्र हुड्डा
author img

By

Published : Nov 9, 2020, 5:46 PM IST

सोनीपत: सोमवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मरने वालों में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनके परिवारजनों के पास आय का कोई साधन नहीं बचा. ऐसे में उनकी मदद करना सरकार का नैतिक कर्तव्य बनता है.

हुड्डा ने सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय और त्वरित जांच करवा कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की भी मांग की है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा में सरकार के स्थान पर माफिया का राज चल रहा है. यहीं कारण है कि रोजाना कोई ना कोई घोटाला सामने आ रहा है.

'लॉकडाउन में हुआ बड़ा शराब घोटाला'

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब पूरे देश के लोग अपने घरों में कैद थे. उस समय में भी हरियाणा में बड़ा शराब घोटाला हुआ. हुड्डा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हुए इस शराब घोटाले की जांच भी आज तक पूरी नहीं हो पाई है. शराब घोटाले के दौरान भी उन्होंने सरकार से सीबीआई जांच करवाने की मांग की थी. सरकार उस समय सीबीआई जांच करवाती तो बड़े शराब माफिया पकड़े जाते और इतना बड़ा हादसा नहीं होता.

'सोनीपत शराब घोटाले में विजिलेंस नहीं पहुंची किसी ठोस नतीजे पर'

हुड्डा ने कहा कि पहले सरकार ने एसआईटी के स्थान पर शराब घोटाले की जांच एसईटी से करवाई. एसईटी की रिपोर्ट आने के बाद फिर इसकी जांच विजिलेंस से करवाई जा रही है. हुड्डा ने कहा कि कई महीने गुजर जाने के बाद भी विजिलेंस इस पूरे मामले में किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है और ना ही किसी बड़े व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है.

गौरतलब है कि जहरीली शराब के सेवन से गन्नौर के गुमड़ गांव में पांच लोगों की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है. पुलिस प्रशासन गुमड़ गांव में सर्च अभियान चला रही है, ताकि जहरीली शराब से जुड़े आरोपियों को पकड़ सके. अभी तक पुलिस ने 20 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस गांव में शराब की सप्लाई करने वाला मुख्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है.

ये भी पढ़ें: लोग शराब पीकर मर रहे हैं, बेटियों को मारा जा रहा है, कहां है अब प्रदेश का गब्बर: कुलदीप शर्मा

वहीं सोनीपत जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अभी भी कई अन्य व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है. इसी तरह का एक मामला पानीपत जिले में भी मिला है. जहां लगभग आधा दर्जन व्यक्तियों की भी जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है.

सोनीपत: सोमवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मरने वालों में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनके परिवारजनों के पास आय का कोई साधन नहीं बचा. ऐसे में उनकी मदद करना सरकार का नैतिक कर्तव्य बनता है.

हुड्डा ने सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय और त्वरित जांच करवा कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की भी मांग की है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा में सरकार के स्थान पर माफिया का राज चल रहा है. यहीं कारण है कि रोजाना कोई ना कोई घोटाला सामने आ रहा है.

'लॉकडाउन में हुआ बड़ा शराब घोटाला'

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब पूरे देश के लोग अपने घरों में कैद थे. उस समय में भी हरियाणा में बड़ा शराब घोटाला हुआ. हुड्डा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हुए इस शराब घोटाले की जांच भी आज तक पूरी नहीं हो पाई है. शराब घोटाले के दौरान भी उन्होंने सरकार से सीबीआई जांच करवाने की मांग की थी. सरकार उस समय सीबीआई जांच करवाती तो बड़े शराब माफिया पकड़े जाते और इतना बड़ा हादसा नहीं होता.

'सोनीपत शराब घोटाले में विजिलेंस नहीं पहुंची किसी ठोस नतीजे पर'

हुड्डा ने कहा कि पहले सरकार ने एसआईटी के स्थान पर शराब घोटाले की जांच एसईटी से करवाई. एसईटी की रिपोर्ट आने के बाद फिर इसकी जांच विजिलेंस से करवाई जा रही है. हुड्डा ने कहा कि कई महीने गुजर जाने के बाद भी विजिलेंस इस पूरे मामले में किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है और ना ही किसी बड़े व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है.

गौरतलब है कि जहरीली शराब के सेवन से गन्नौर के गुमड़ गांव में पांच लोगों की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है. पुलिस प्रशासन गुमड़ गांव में सर्च अभियान चला रही है, ताकि जहरीली शराब से जुड़े आरोपियों को पकड़ सके. अभी तक पुलिस ने 20 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस गांव में शराब की सप्लाई करने वाला मुख्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है.

ये भी पढ़ें: लोग शराब पीकर मर रहे हैं, बेटियों को मारा जा रहा है, कहां है अब प्रदेश का गब्बर: कुलदीप शर्मा

वहीं सोनीपत जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अभी भी कई अन्य व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है. इसी तरह का एक मामला पानीपत जिले में भी मिला है. जहां लगभग आधा दर्जन व्यक्तियों की भी जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.