सोनीपत: गोहाना के नागरिक हॉस्पिटल (Gohana Civil Hospital) से गुरुवार रात को सवा साल की बच्ची के किडनैपिंग की घटना का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने आरोपि महिला और पुरुष को गिरफ्तार करके बच्ची को बरामद कर लिया. दोनों ने बच्ची को बेचने के लिए अपहरण किया था. शनिवार को पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लेगी.
क्या है पूरा मामला- मूलत: उत्तरप्रदेश में अलीगढ़ के रहने वाला बिजेंद्र अपने परिवार के साथ गोहाना में पानीपत चुंगी के पास रहता है. वह फेरी लगाकर सामान बेचकर परिवार अपने परिवार का गुजर-बसर करता है. बिजेंद्र की पहले से दो बेटियां राधिका व टीना हैं. बिजेंद्र की पत्नी रेश्मा गर्भवती थी. बुधवार को उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था जहां रेश्मा ने एक बेटी को जन्म दिया था. बृहस्पतिवार को रेश्मा की मामी सीमा हॉस्पिटल में उसकी देखभाल के लिए आई थी. वह रेश्मा की सवा साल की बेटी टीना को साथ लेकर आई थी. शाम करीब साढ़े छह बजे टीना का प्रसूति विभाग के बाहर से अज्ञात महिला ने पुरुष के साथ मिल कर अपहरण कर लिया (Baby Girl Kidnap Case Gohana) था.
सीसीटीवी में बच्ची को ले जाती दिखी थी महिला- इस बात का पता चलते ही हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया. फौरन इस बात की सूचना गोहाना पुलिस को दी गई. घटना की जानकारी पाते ही पुलिस ने हॉस्पिटल और आस-पास के क्षेत्र में सीसीटीवी की फुटेज खंगालते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की. हॉस्पिटल की सीसीटीवी के जरिए पुलिस को पता चला कि एक महिला बच्ची को उठा लेकर गई है. यह वारदात सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई. पुलिस ने 18 घंटे के भीतर शुक्रवार दोपहर को दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान ममता उर्फ सुमन और श्याम सुंदर उर्फ सुरेंद्र के रूप में हुई है. दोनों आरोपी मूलत: रोहतक के रहने वाले है. दोनों इस दिनों गोहाना में कबीर बस्ती में रह रहे थे.
परिवारवालों को सौंपी गई बच्ची- मामले की जानकारी दते हुए सब इंस्पेक्टर जगदीश ने बताया कि पुलिस की टीम ने श्याम सुंदर को ठसका रोड स्थित रेलवे फाटक के पास से गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस उसे घर लेकर गई वहां से ममता को गिरफ्तार करके टीना को बरामद किया. मेडिकल टेस्ट के बाद टीना को उसके परिवारवालों को सौंप दिया गया है.
लिव इन में रहते थे दोनो आरोपी- एएसपी निकिता खट्टर ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि शुरूआती जांच में सामने आया कि ममता और श्याम सुंदर की पहले अलग-अलग जगह शादी हुई थी. श्याम सुंदर ने अपनी पत्नी को छोड़ बाबा का भेष धारण कर लिया था. इसके बाद ममता उसके संपर्क में आई और दोनों लीव इन रिलेशनशिप में रहने लगे. खर्च चलाने के लिए ट्रक ड्राइवर की नौकरी की लेकिन काम नहीं चला. इस पर दोनों ने बच्ची का अपहरण किया. वे उसे बेच कर रुपये कमाना चाहते थे.