सोनीपत: जिला उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा है कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जाएगी. उपायुक्त ने बताया कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, ट्विटर, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, पब्लिक ऐप पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अवाहें फैलाई जी रही हैं.
उन्होंने बताया कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर न्यूज चैनल के जैसे एंकरिंग करते हुए समाचारों का संप्रेषण कर रहे हैं. इन माध्यमों पर ये लोग बगैर प्रमाणिकता के समाचार और अन्य पोस्ट डाल देते हैं. जिस चलते लोगों में भ्रम पैदा हो रहा है.
उन्होंने बताया कि कुछ लोग सोशल मीडिया यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, ट्विटर, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और पब्लिक ऐप का प्रयोग करते हुए पत्रकारिता के कार्य का संचालन सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार की अनुमति के बगैर कर रहे हैं. इनके द्वारा सोशल मीडिया चैनल को पंजीकरण भी नहीं करवाया गया है.
जिसके चलते वो किसी भी प्रकार के कोड ऑफ कंडक्ट के दायरे में नहीं आ रहे हैं. इनके द्वारा भ्रामक और गैर सत्यापित तथ्यों के आधार पर समाचारों का प्रकाशन इरादतन और गैर इरादतन किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने बताया कि अब सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाई की जाएगी.
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन, सफाई कर्मचारी अपनी जान पर खेल कर लोगों की सेवा करने में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाईं जा रही हैं.
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उन्होंने बताया कि किसी भी न्यूज और संदेश का बिना सत्यापन के ग्रुप पर फॉरवर्ड न करें. ऐसी स्थिति में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 में दंड का प्रावधान है. उन्होंने जिला के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं.