सोनीपत: गोहाना पुलिस मर्डर केस के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है, ताकि वारदात से जुड़े सबूत जुटाए जा सकें. आरोपियों ने सीआईए की पूछताछ में कहा है कि अगर उनको पता होता कि सिपाही ने उनकी कार का नंबर हाथ पर लिख लिया है तो उसे मिटाकर ही जाते.
आरोपियों ने बताया कि वो अपनी समझ में ऐसा कोई सबूत छोड़कर नहीं गए थे जो बाद में उनके लिए खतरा बन सकता था. वारदात को अंजाम देने के बाद उन्होंने देखा था कि वहां कोई सामान ना रह जाए. उसके बाद कार की नंबर प्लेट हटाकर वो लोग वहां से भागे थे. वहीं पुलिस आरोपी विकास और नीरज के मोबाइल नंबर की आईडी के बारे भी पता लगा रही है. उनके फर्जी आईडी पर जारी होने का अंदेशा है.
जांच अधिकारी बिजेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिसकर्मियों हत्या करने वाले सभी आरोपी शातिर हैं. हत्या करने के बावजूद वो किसी हड़बड़ी में नहीं भागे थे. उन्होंने पूरी जांच की थी कि कोई साक्ष्य पुलिस के हाथ न लगे. अगर उन्हें पता होता कि सिपाही के हाथ पर कार का नंबर है तो वो उसे भी मिटाकर ही जाते.
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क्या है मामला ?
गौरतलब है कि 29 जून की रात सोनीपत के गोहाना में गश्त के दौरान दो पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों पुलिसकर्मी बरोदा थाना के अंतर्गत आने वाली बुटाना चौकी में तैनात थे. वारदात में 2 युवतियों सहित 6 आरोपी शामिल थे. जिनमें से एक को एनकाउंटर में पुलिस मार चुकी है और बाकी के पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं