सिरसा: हरियाणा के सिरसा नारकोटिक्स पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. शनिवार देर शाम पुलिस किसी मामले में पूछताछ के लिए सिरसा के देसु मलकाना गांव (कालांवाली) के रहने वाले गुरप्रीत सिंह को उसके घर से उठा कर लाई थी. देर रात सिरसा के एक निजी अस्पताल में युवक गुरप्रीत सिंह की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें: सिरसा में बाढ़ के पानी की निकासी को लेकर भिड़े ग्रामीण, कई लोग घायल, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
परिजनों का आरोप है कि, पुलिस ने गुरप्रीत सिंह को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया, जिससे उसकी मौत हो गई. परिजनों की मांग है कि, आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए और उन्हें निलंबित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही मृतक युवक के परिजनों ने 20 लाख मुआवजा देने की भी मांग की है. वहीं, दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि इस मामले की मजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जा रही है और परिजनों के बयानों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.
शनिवार देर शाम सिरसा नारकोटिक्स पुलिस के कुछ कर्मचारी गुरप्रीत को उसके घर से उठा कर ले गए और देर रात उसकी मौत हो गई. युवक को अमानवीय रूप से यातनाएं दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई. अगर गुरप्रीत का कोई कसूर भी था तो उस पर मामला दर्ज कर लेते, लेकिन पुलिस द्वारा टॉर्चर कर उसे मार डाला गया. ऐसे में हमारी मांग है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाए. - मृतक युवक के परिजन
ये भी पढ़ें: Clerks strike in Haryana: बेसिक पे 35,400 रुपये करने की मांग, हड़ताल पर लिपिक वर्ग के कर्मचारी
परिजनों का कहना है कि, गुरप्रीत के पीठ, गर्दन, पैर के तलवे और पैर पर कई जगह चोट के निशान हैं. परिजनों का कहना है कि, पुलिस ने पहले भी गुरप्रीत पर बिना किसी कारण के कई मामले दर्ज किए हैं. इसके अलावा गुरप्रीत के परिजनों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर जमकर नारेबाजी की.
सिरसा नारकोटिक्स पुलिस कस्टडी में रह रहे एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में मजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जा रही है और परिजनों के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. - गुरदयाल सिंह, डीएसपी कालांवाली