सिरसा: शुक्रवार से हरियाणा में गेहूं की खरीद (wheat procurement in haryana) शुरू हो चुकी है. सिरसा की अनाज मंडी की बात की जाए तो पहले दिन अनाज मंडी में गेहूं का एक दाना तक नहीं पहुंचा. किसानों का कहना है कि अभी एक गेहूं की कटाई में एक सप्ताह का समय है. यानी 7 अप्रैल के बाद ही गेहूं की फसल खरीद के लिए मंडी आ पाएगी. वहीं मंडी प्रशासन का दावा है कि गेहूं खरीद के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
अनाज मंडी प्रशासन के दावों पर किसानों ने कहा कि ना तो वहां पीने के पानी की सही व्यवस्था है और ना ही खाने का कोई प्रबंध है. जब मंडी में फसल (wheat procurement in sirsa) आनी शुरू हो जाएगी प्रशासन के दावों की हकीकत सबके सामने होगी. किसानों ने बताया कि फिलहाल मंडियों में सरसों की खरीद हो रही है. सरकारी एजेंसियों के जगह प्राइवेज एजेंसी किसानों को अच्छा भाव दे रही है. मंडी प्रशासन के मुताबिक सिरसा जिले में 64 और सिरसा मंडी में 13 खरीद केंद्र बने हैं.
बता दें कि हरियाणा में सरसों की खरीद 93 मंडियों में की जाएगी, जबकि गेहूं के लिए 397 मंडियां बनाई गई हैं. वहीं चना के लिए 11, जौ की खरीद के लिए 25 मंडियां तैयार की गई हैं. इन फसलों में सरसों को 5,050 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं (minimum support price of wheat) को 2,015 रुपये प्रति क्विंटल, चना को 5,230 रुपये प्रति क्विंटल तथा जौ को 1,635 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विभिन्न खरीद एजेसिंयों द्वारा खरीदा जाएगा.
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