सिरसा: भारत में विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं को माना जाता है. हर धर्म में अपनी मान्यताएं हैं, लेकिन ऐसी मान्यताएं किस काम की जो नदियों, नहरों और तालाबों को दूषित करें. आस्था के नाम पर कुछ लोग स्वच्छ पानी के स्त्रोतों को दूषित करने पर तुले हुए हैं. ऐसा ही एक वाक्या सिरसा के पंजवान गांव से सामने आया है.
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दरअसल, यहां एक शख्स ने एक दंपति को नहर में पूजा की सामग्री डालते देखा. शख्स ने तुरंत इसका वीडियो बनाया. वीडियो में शख्स ये कहता दिख रहा है कि ये लोग बहते पानी में समान डालकर उसे दूषित कर रहे हैं. जब शख्स ने दंपति को ये करने से मना किया तो वो उससे बहस करने लगे.
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महिला ने शख्स से कहा कि गंगा में भी विसर्जन किया जाता है. अर्थी को भी तो गंगा नदी में डालते हैं, तो यहां क्या दिक्कत है. फिर शख्स ये जवाब देता है कि ये पानी सिरसा के लोग पीते हैं और नदियों, नहरों और तालाबों में कुछ भी डालना मना है. आप ये नहीं कर सकते. शख्स के इतना कहते ही महिला अपने पति के साथ गाड़ी में सवार होकर निकल जाती है.
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