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मिक्सोपैथी का विरोध: सिरसा में IMA के डॉक्टर्स ने की भूख हड़ताल

मिक्सोपैथी के विरोध में आईएमए के आह्वान पर रविवार को सिरसा समेत राज्य के सभी जिलों में डॉक्टर्स ने भूख हड़ताल की. डॉक्टर्स ने इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.

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मिक्सोपैथी का विरोध: सिरसा में IMA के डॉक्टर्स ने की भूख हड़ताल
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Published : Feb 8, 2021, 7:22 AM IST

सिरसा: आईएमए के आह्वान पर डॉक्टर्स ने मिक्सोपैथी के विरोध में भूख हड़ताल की. सिरसा में भी डॉक्टर्स ने मिक्सोपैथी का विरोध किया. दरअसल, केंद्र सरकार ने आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की मंजूरी देने का फैसला लिया है, जिसके विरोध में पूरे देश में आईएमए ने जंग छेड़ दी है. 1 फरवरी से आईएमए डॉक्टर्स स्ट्राइक कर रहे हैं. कुछ दिन पहले सिरसा शहर मेंं कैंडल मार्च भी निकाला गया था और अब भूख हड़ताल की गई है.

सिरसा में मिक्सोपैथी का विरोध

डॉ. अशोक पारिक ने कहा कि मिक्सोपैथी से आमजन के साथ खिलवाड़ होगा. कुछ बीमारियों के इलाज में आयर्वुेद कारगर है, लेकिन उन्हें सर्जरी करने की अनुमति देना गलत है. यही वजह है कि वो सरकार के इस फैसला का विरोध कर रहे हैं और इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं.

सिरसा में IMA के डॉक्टर्स ने की भूख हड़ताल

ये भी पढ़िए: यमुनानगर: बिजली विधेयक 2020 के विरोध में सर्व कर्मचारी संघ ने की हड़ताल

वहीं दूसरे डॉक्टर्स ने कहा कि आयुर्वेद के चिकित्सकों को सर्जरी को मंजूरी देना गलत है. केंद्र सरकार का मिक्सोपैथी पर लिया गया निर्णय लोगों के हित में नहीं है. दो पैथियों को एक में मिला देने से खतरा बढ़ सकता है और इसका दुष्परिणाम अंत में समाज को ही भोगना पड़ेगा. आयुर्वेद चिकित्सकों के सर्जरी करने से अनहोनी भी हो सकती है, जिससे लोगों का चिकित्सकों के प्रति विश्वास खत्म हो जाएगा.

सिरसा: आईएमए के आह्वान पर डॉक्टर्स ने मिक्सोपैथी के विरोध में भूख हड़ताल की. सिरसा में भी डॉक्टर्स ने मिक्सोपैथी का विरोध किया. दरअसल, केंद्र सरकार ने आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की मंजूरी देने का फैसला लिया है, जिसके विरोध में पूरे देश में आईएमए ने जंग छेड़ दी है. 1 फरवरी से आईएमए डॉक्टर्स स्ट्राइक कर रहे हैं. कुछ दिन पहले सिरसा शहर मेंं कैंडल मार्च भी निकाला गया था और अब भूख हड़ताल की गई है.

सिरसा में मिक्सोपैथी का विरोध

डॉ. अशोक पारिक ने कहा कि मिक्सोपैथी से आमजन के साथ खिलवाड़ होगा. कुछ बीमारियों के इलाज में आयर्वुेद कारगर है, लेकिन उन्हें सर्जरी करने की अनुमति देना गलत है. यही वजह है कि वो सरकार के इस फैसला का विरोध कर रहे हैं और इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं.

सिरसा में IMA के डॉक्टर्स ने की भूख हड़ताल

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वहीं दूसरे डॉक्टर्स ने कहा कि आयुर्वेद के चिकित्सकों को सर्जरी को मंजूरी देना गलत है. केंद्र सरकार का मिक्सोपैथी पर लिया गया निर्णय लोगों के हित में नहीं है. दो पैथियों को एक में मिला देने से खतरा बढ़ सकता है और इसका दुष्परिणाम अंत में समाज को ही भोगना पड़ेगा. आयुर्वेद चिकित्सकों के सर्जरी करने से अनहोनी भी हो सकती है, जिससे लोगों का चिकित्सकों के प्रति विश्वास खत्म हो जाएगा.

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