सिरसाः अपनी मांगों को लेकर पहले भी धरना कर चुके सिरसा के किसानों ने आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया है. कुछ दिन पहले किसानों ने जल समाधि के रूप में आंदोलन किया था. आंदोलन लगातार 10 दिनों तक चला लेकिन उसके बाद उपायुक्त और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों की मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया. ऐसे में किसानों ने जल समाधी समाप्त कर दी थी. उसी कड़ी में समस्या का कोई समाधान नहीं होने पर किसानों ने इस बार फिर से धरने पर बैठने का फैसला कर लिया.
अधिकारियों पर भ्रष्टाचारी के आरोप
इस बार किसानों ने धूप में अर्धनग्न होकर धरना देने का फैसला किया है. किसानों का कहना है कि इस बार वो आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए धरने पर बैठे हैं. प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी दूसरे किसानों से पैसे लेकर पानी की चोरी करवाते हैं जिससे अन्य किसानों के हक का पानी उन्हें नहीं मिल रहा.
ये हैं किसानों की मांगें
- नहर में लगी मोगियां की जांच करवाई जाए
- नहर में टेल तक पूरा पानी मिलना चाहिए
- नहर में भाखड़ा का पानी भी मिलना चाहिए
- पैसे लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
प्रशासन के सामने चुनौति
गौरतलब है कि मांगों के पूरा नहीं होने पर बेहरवाला की टेल पर किसानों का आंदोलन शुरू हुआ था. इससे पहले की बात करें तो किसानों का जल समाधि आंदोलन खत्म हुआ तो बुढीमेड़ी में किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया. उनका समाधान कुछ हद तक हुआ तो यहां बेहरवाला में किसानों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया. ऐसे में प्रशासन के सामने दोनों धरनों पर बैठने वाले किसानों को मनाना एक चुनौती साबित हो रही है.