सिरसा: तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन का असर अब आमजन की भावनाओंं पर पड़ता जा रहा है. गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान नेता राकेश टिकैत के साथ पुलिस बर्ताव से आहत फूलकां के एक किसान संतलाल कुलड़िया का हार्ट फेल हो गया व उसकी मौत हो गई.
टिकैत के आंसू से किसान की मौत
मृतक किसान की उम्र 71 साल थी और वो सिंघु बॉर्डर पर जाना चाहता था. मृतक किसान संतलाल उस वक्त परिवार के सभी सदस्यों के साथ टीवी पर पूरे मामले का लाइव प्रसारण देख रहा था. वीरवार रात करीब साढ़े 10 बजे किसान नेता राकेश टिकैत का मामला दिखाया जा रहा था.
मृतक लाइव प्रसारण देख रहा था
मृतक के भाई केसुराम ने बताया कि वो पूरे परिवार के साथ टेलीविजन देख रहे थे. किसान नेता टिकैत जैसे ही भावुक हुए, तो मेरे भाई का हार्ट फेल हो गया. मेरे भाई की भावना थी कि वो बार्डर पर जाए लेकिन भगवान ने बार्डर तक नहीं जाने दिया लेकिन आज हमने उसके फूल टिकरी बार्डर पर भेजे हैं, जिसके बाद हरिद्वार फूल ले जाए जाएंगे.
मृतक किसान के भाई ने बताया कि टिकैत की भावुक अपील से संतलाल कुलड़िया आहत हुए थे. प्रोग्राम देखते-देखते जैसे ही वो चारपाई पर लेटे तो अचानक उनका हार्ट फेल हो गया था.
गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के आंसुओं से वो भावनात्मक खिंचाव उत्पन्न हुआ. जिसकी कल्पना उन्होंने भी नहीं की थी. इससे उस किसान आंदोलन में फिर से गति आ गई. जो गणतंत्र दिवस समारोह में हिंसा होने के बाद खो गई थी. अब भारी संख्या में लोग भी इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं.