सिरसा: हरियाणा और पंजाब में अक्टूबर-नवंबर के महीने में किसान पराली जलाते हैं. किसानों की माने तो पराली जलाने के लिए अलावा उनके पास फिलहाल कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है. इसी बीच सिरसा जिला प्रशासन ने किसानों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है.
एसडीएम ने किया प्रचार वाहन को रवाना
किसानों को जागरूक करने के लिए लिए कृषि और किसान कल्याण विभाग की ओर से एक जागरुकता प्रचार वाहन गांवों में जाकर किसानों को जागरूक करने का काम करेगा. इसे एसडीएम जयवीर यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
'259 गांवों के किसानों को करेंगे जागरूक'
ये जागरुकता प्रचार वाहन जिले के 259 गांव में जाकर किसानों को पराली ना जलाने के लिए जागरूक करेगा. उपकृषि निदेशक डॉ. बाबू लाल ने बताया कि 10 नवंबर को वैदवाला, पनिहारी, हांडीखेड़ा सहित दर्जनों गांवों में जाकर किसानों को जागरूक किया जाएगा और इसके साथ उस क्षेत्र के कृषि अधिकारी भी साथ रहेंगे.
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'पराली के मामले में 30 गांव हैं संवदेनशील'
डॉ. बाबू लाल ने बताया कि जो संवेदनशील गांव हैं उनकी संख्या 30 है और इन सभी गांवों में एक-एक नोडल अधिकारी को लगाया गया है. उन्होंने बताया की इस अभियान के माध्यम से किसानों को अपील की जाती है कि वो अपने खेतों में गेंहू का भूसा न जलाएं.
'29 किसानों पर किया गया लाखों का जुर्माना'
उन्होंने कहा कि किसान अब पराली न जलाने के लिए जागरूक हो रहे हैं और अब धान के अवशेषों को कम जला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक 245 जगह पर पराली को जलाया गया है. अब तक 29 किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं और 3 लाख 25 हजार का जुर्माना किया गया है.