सिरसा: इन दिनों राम रहीम पैरोल पर जेल से बाहर है. वो उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में रह रहा है. यहां से वो ऑनलाइन सत्संग के जरिए अपने अनुयायियों को संबोधित करता है. ऑनलाइन सत्संग में अपने अनुयायियों को संबोधित करते हुए राम रहीम ने दावा किया कि उसे सरपंच, MLA और MP बनने का ऑफर मिला था, लेकिन उसने राजनीति में आने से साफ तौर पर इंकार कर दिया. राम रहीम ने कहा कि राजनीति में आने की बजाए समाज में मानवता भलाई का काम करना ही उसका लक्ष्य है.
राम रहीम ने कहा कि मैं अपनी तरफ से आप सबका चौकीदार, सेवादार हूं. मुझे अपना नाम नहीं चाहिए, कोई रुतबा, अवतार नहीं चाहिए. एक ही बात चाहिए कि पूरे समाज में प्यार मोहब्बत की गंगा बहे. मेरी कोई चाह नहीं रही. शुरू में घर बड़ा था. शुरू में बड़े लोगों ने मुझसे सरपंच बनने के लिए कहा. मैंने कहा कि हमारा कोई वास्ता नहीं, क्योंकि गुरु जी के साथ पांच साल की उम्र में जुड़ गए थे.
राम रहीम ने कहा कि कुछ बड़े लोगों ने मुझे एमपी और एमएलए की सीट ऑफर की. मैंने हाथ जोड़े कि हमारी इनमें कोई रूची नहीं. हमारी भगवान में आस्था है. राम रहीम ने कहा कि हम तो नौकरों के नौकर हैं. हमें मान बढ़ाई की कोई चाह नहीं. ऊंचा बैठना हमारी मजबूरी हो जाती है, ताकि सामने वालो को हम दिखाई दें. उन्होंने कहा कि बोलने वाले दिखेगा नहीं तो सुनने वाले उठकर देखेंगे. आपके दर्शन करने के लिए भी ऊंचा बैठना पड़ता है. हमें समाज का भला करना है.
खबर है कि डेरा सच्चा सौदा सिरसा की राजनीतिक विंग बनी हुई है. जो देश के कई राज्यों के चुनावों में अपनी दखलंदाजी करती है. यूपी के बरनावा आश्रम में 40 दिन की पैरोल काट रहे राम रहीम ने अपना चौथा गाना भी लॉन्च किया है. इस गाने में राम रहीम ने पहली बार भगवा रंग की जैकेट पहनी है. सिर पर टोपी भी भगवा पहनी हुई है. बता दें कि भगवा रंग के कारण ही शाहरूख खान की पठान मूवी पर विवाद हुआ था. कई हिंदू संगठनों ने इस मूवी का विरोध किया और फिल्म के हीरो, हीरोइन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप भी लगाया.
जानें कब-कब जेल से बाहर आया राम रहीम: हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम को चार केसों में उम्रकैद की सजा है. राम रहीम को पैरोल मिलने का सिलसिला एक साल पहले ही शुरू हुआ. डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम पिछले 14 महीनों में चौथी बार पैरोल पर बाहर है. सबसे पहले 24 अक्टूबर 2020 को राम रहीम को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई थी. 17 मई 2021 को बीमार मां से मिलने के लिए उसे फिर पैरोल दी गई. 3 जून 2021 को तबीयत बिगड़ने पर राम रहीम को पीजीआई रोहतक ले जाया गया. इसके बाद राम रहीम को 21 दिन के लिए 7 फरवरी 2022 को फरलो मिली. इसके बाद 17 जून को 30 दिन की पैरोल मिली. बाद में अक्टूबर 2022 में राम रहीम को फिर से 40 दिन की पैरोल दी गई.