सिरसा: आज इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगा है. मिथुन राशि में पड़ने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक काल शुरू हो चुका है. इस बार का ग्रहण शक्तिशाली और कई मायने में विशेष माना जा रहा है. इस बार जो सूर्य ग्रहण लगा है. उसका स्वरुप वालयकार है जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जा सकता है. भारत में सूर्य ग्रहण 10:15 बजे के बाद से देखा जा रहा है.
सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं. पहला पूर्ण सूर्यग्रहण , दूसरा आंशिक सूर्यग्रहण और तीसरा जो आज लगा है. वालयकार सूर्य ग्रहण है. इसमें चंद्रमा की दूरी पृथ्वी से अधिक होने की वजह से पूरे सूर्य को ढकने के बजाय केवल बीच के हिस्से को ही ढक पाता है. इसलिए इसे वालयकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
सिरसा के बंशीवट मंदिर के पुजारी पंडित सीता राम शर्मा ने बताया कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए. क्योंकि उससे आंख पर भी प्रभाव पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि ये सूर्य ग्रहण भारत वर्ष के लिए शुभ रहेगा और भारत को इसका लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसका विशेष रूप से किसी पर ज्यादा विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा. सभी को इसका फायदा होगा.
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पंडित सीताराम ने ये भी बताया कि गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखते हुए. उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान उन्हें नारियल और फल अपनी गोद में लेकर मंत्र जाप करना चाहिए. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से परहेज करना चाहिए. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण भारतवर्ष के लिए शुभ संकेत लेकर आया है.