सिरसाः प्रदेश में मानूसन के कारण घग्घर के उफान को लेकर नदी किनारे बसे गांव चिंतित हैं. वहीं एक गांव ऐसा भी है जहां लोगों को घग्घर के पानी का बिल्कुल भय नहीं हैं. सिरसा जिले के पनिहारी गांव के लोगों का मानना है कि घग्घर चाहे जितनी उफान पर हो लेकिन उनके गांव को इससे कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.
पनिहारी एक ऐसा गांव है जिसमें आज तक के इतिहास में एक बार भी घग्घर नदी का पानी नहीं घुस पाया है. लोगों का इसके पीछे तर्क है कि गांव के अंदर एक पीर बाबा शाहबू शाह की मजार है और वो मजार उसी छोर पर स्थित है जिस छोर से घग्घर नदी गुजरती है. उनका मानना है कि ऐसे में अगर घग्घर नदी का पानी गांव में आता है तो सबसे पहले पीर बाबा की मजार डूबती है और पीर बाबा ऐसा होने नहीं देते.
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने 4 बार घग्घर के टूटने की स्थिती देखी है उनके पड़ोसी गांव फरवाईं कलां, नेजाडेला, सहारणी, बप्पां, बणी, सहित दर्जनों गांवों नदी के पानी के बहाव में बह गए थे, लेकिन पनिहारी गांव में नदी किसी भी घर को छू नहीं पाई थी. इसी के चलते गांव के लोगों को नदी के पानी से बिल्कुल भी डर नहीं लगता. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें बाबा शाहबू शाह पर पूरा भरोसा है और वो उनके गांव को कभी नहीं डूबने देंगे.