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22 साल पहले पाकिस्तान से आए थे 12 परिवार, CAB के पास होने पर नहीं रोक पाए खुशी के आंसू - pakistani refugee families in ellenabad

संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद, देश में रह रहे बहुत से शरणार्थी परिवार खुश हैं. सिरसा में भी 22 वर्षों से ऐसे 12 परिवार रह रहे हैं, जो पाकिस्तान में प्रताड़ना के बाद भारत आए थे.

pakistani refugee families in sirsa
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Published : Dec 12, 2019, 10:30 PM IST

सिरसा: नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद देश में रह रहे बहुत से शरणार्थी परिवार जो प्रताड़ना की वजह से पाकिस्तान से हिंदुस्तान आ गए थे. उन्हें अब इस कानून के बनने का इंतजार है. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद जब यह बिल कानून का रूप ले लेगा, तो ऐसे परिवार भारत की नागरिकता ले पाएंगे.

सिरसा जिले के भी ऐलनाबाद कस्बे में 22 वर्षों से ऐसे 12 परिवार रह रहे हैं, जो पाकिस्तान में प्रताड़ना के बाद होशियारपुर बॉर्डर से प्रवेश कर पंजाब होते हुए हरियाणा के ऐलनाबाद में आकर रहने लगे थे. ये सभी अनुसूचित जाति के धानक समाज से संबंध रखते हैं जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान वाले पंजाब के हिस्से में 1997 से पहले रहा करते थे.

नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद पाकिस्तान से आए शरणार्थी परिवार खुश हैं.

ये भी पढ़िए: पानीपत: 12वीं क्लास के छात्र ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, ये थी वजह!

ऐलनाबाद आने के बाद इन परिवारों में से कई तो मजदूरी का काम करते हैं और कई कढ़ाई का काम भी करते हैं. ये किसी भी कीमत पर लौट कर पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए उन्हें अब उम्मीद है कि जल्द ही ये भारत का नागरिक बन पाएंगे. साथ ही भारत में इज्जत से अपनी जिंदगी बसर कर पाएंगे.

1947 में चाहे देश का बंटवारा हो गया हो लेकिन पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब में बहुत सारे ऐसे परिवार हैं, जिनकी रिश्तेदारी वर्तमान भारत के पंजाब और हरियाणा में हैं इसलिए ऐसे परिवार जो ज्यादातर हिंदू हैं पाकिस्तान में प्रताड़ना झेलने के बाद भारत आ गए थे. ये सभी शरणार्थी परिवार नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद से बेहद खुश हैं.

इन लोगों का कहना है कि भारतीय नागरिकता ना होने के कारण उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी. उन्हें सामान्य वर्ग में रखा जा रहा था जिससे अनुसुचित जाति को मिलने वाला लाभ लेने से वे वंचित रहे जिसके कारण सरकार से सहायता नहीं मिल सकी और उनके बच्चों ने पढ़ाई छोड़ दी.

ये भी पढ़िए: पाकिस्तान से आए शरणार्थियों ने नागरिकता संशोधन बिल पर जताई खुशी, 11 साल से रह रहे हैं फरीदाबाद में

इसके साथ ही एक युवक की शादी तो भारत आने के बाद ही हुई जिससे उसकी पत्नी तो भारतीय नागरिक है लेकिन वह खुद पाकिस्तानी दिखाया जा रहा है जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब यह बिल राज्यसभा में पारित होने के बाद ऐलनाबाद में पाकिस्तान से आए इन लोगों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अमित शाह का धन्यवाद भी किया.

सिरसा: नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद देश में रह रहे बहुत से शरणार्थी परिवार जो प्रताड़ना की वजह से पाकिस्तान से हिंदुस्तान आ गए थे. उन्हें अब इस कानून के बनने का इंतजार है. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद जब यह बिल कानून का रूप ले लेगा, तो ऐसे परिवार भारत की नागरिकता ले पाएंगे.

सिरसा जिले के भी ऐलनाबाद कस्बे में 22 वर्षों से ऐसे 12 परिवार रह रहे हैं, जो पाकिस्तान में प्रताड़ना के बाद होशियारपुर बॉर्डर से प्रवेश कर पंजाब होते हुए हरियाणा के ऐलनाबाद में आकर रहने लगे थे. ये सभी अनुसूचित जाति के धानक समाज से संबंध रखते हैं जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान वाले पंजाब के हिस्से में 1997 से पहले रहा करते थे.

नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद पाकिस्तान से आए शरणार्थी परिवार खुश हैं.

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ऐलनाबाद आने के बाद इन परिवारों में से कई तो मजदूरी का काम करते हैं और कई कढ़ाई का काम भी करते हैं. ये किसी भी कीमत पर लौट कर पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए उन्हें अब उम्मीद है कि जल्द ही ये भारत का नागरिक बन पाएंगे. साथ ही भारत में इज्जत से अपनी जिंदगी बसर कर पाएंगे.

1947 में चाहे देश का बंटवारा हो गया हो लेकिन पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब में बहुत सारे ऐसे परिवार हैं, जिनकी रिश्तेदारी वर्तमान भारत के पंजाब और हरियाणा में हैं इसलिए ऐसे परिवार जो ज्यादातर हिंदू हैं पाकिस्तान में प्रताड़ना झेलने के बाद भारत आ गए थे. ये सभी शरणार्थी परिवार नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद से बेहद खुश हैं.

इन लोगों का कहना है कि भारतीय नागरिकता ना होने के कारण उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी. उन्हें सामान्य वर्ग में रखा जा रहा था जिससे अनुसुचित जाति को मिलने वाला लाभ लेने से वे वंचित रहे जिसके कारण सरकार से सहायता नहीं मिल सकी और उनके बच्चों ने पढ़ाई छोड़ दी.

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इसके साथ ही एक युवक की शादी तो भारत आने के बाद ही हुई जिससे उसकी पत्नी तो भारतीय नागरिक है लेकिन वह खुद पाकिस्तानी दिखाया जा रहा है जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब यह बिल राज्यसभा में पारित होने के बाद ऐलनाबाद में पाकिस्तान से आए इन लोगों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अमित शाह का धन्यवाद भी किया.

Intro:एंकर - संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद, देश में रह रहे बहुत से शरणार्थी परिवार जो प्रताड़ना की वजह से पाकिस्तान से हिंदुस्तान आ गए थे, उन्हें अब इसे कानून बनने का इंतजार है। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद जब यह बिल कानून का रूप ले लेगा, तो ऐसे परिवार भारत की नागरिकता ले पाएंगे। सिरसा जिले के ऐलनाबाद कस्बे में 22 वर्षों से ऐसे 12 परिवार रह रहे हैं, जो पाकिस्तान में प्रताड़ना के बाद होशियारपुर बॉर्डर से प्रवेश कर पंजाब होते हुए हरियाणा के ऐलनाबाद में आकर रहने लगे थे । ये सभी अनुसूचित जाति के धानक समाज से संबंध रखते हैं , जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान वाले पंजाब के हिस्से में 1997 से पहले रहा करते थे। ऐलनाबाद आने के बाद इन परिवारों में से कई तो मजदूरी का काम करते हैं और कई कढ़ाई का काम भी करते हैं। वो किसी भी कीमत पर लौट कर पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए उन्हें अब उम्मीद है कि भारत का नागरिक बन पाएंगे साथ ही भारत में इज्जत से अपनी जिंदगी बसर कर पाएंगे । 1947 में चाहे देश का बंटवारा हो गया हो लेकिन पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब में बहुत सारे ऐसे परिवार हैं, जिनकी रिश्तेदारी वर्तमान भारत के पंजाब और हरियाणा में हैं।। इसलिए ऐसे परिवार जो ज्यादातर हिंदू हैं, पाकिस्तान में प्रताड़ना झेलने के बाद भारत आ गए थे । वह किसी भी कीमत पर वापस नहीं जाना चाहते और अब भारत को ही अपना देश मानते हैं । ऐसे परिवारों में ऐलनाबाद के ये 12 परिवार भी शामिल हैं और वह नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद से बेहद खुश हैं।

Body:वीओ - पाकिस्तान से आए लोगों का कहना है कि भारतीय नागरिकता ना होने के कारण उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड रहा था। उनके बच्चों की पढाई बाधित हो रही थी। उन्हें सामान्य वर्ग में रखा जा रहा था जिससे अनुसुचित जाती को मिलने वाला लाभ लेने से वे वंचित रहे। जिसके कारण सरकार से सहायता नहीं मिल सकी और उनके बच्चों ने पढाई छोड दी। इसके साथ ही एक युवक की शादी तो भारत आने के बाद ही हुई जिससे उसकी पत्नी तो भारतीय नागरिक है और वह खुद पाकिस्तानी दिखाया जा रहा है। जिससे उन्हे काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा था। अब यह बिल राज्यसभा में पारित होने के बाद ऐलनाबाद पाकिस्तान से आए लोगों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया और केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का धन्यवाद भी किया।

बाईट - सूरता राम, अगरी देवी, भियां राम, धरमी, गोपाल राम, हाजरी बाई, हस्सू, हीरा देवीConclusion:
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