सिरसाः पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (op chautala) जब सिरसा के आर्य कन्या स्कूल में पहुंचे तो वहां मीडिया का जमावड़ा था, जो ओपी चौटाला के लिए कोई नई बात नहीं थी. लेकिन वो जिस काम के लिए स्कूल में पहुंचे थे वो जरूर नया था. बरसों तक स्कूलों का उद्घाटन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला यहां 10वीं क्लास (op chautala 10th paper) का अंग्रेजी का पेपर देने पहुंचे थे. हालांकि वो इस बार 12वीं क्लास भी पास कर चुके हैं लेकिन बोर्ड ने उनका रिजल्ट होल्ड पर रखा है, क्योंकि 10वीं पास करते वक्त ओपी चौटाला अंग्रेजी का पेपर पास नहीं कर पाये थे और उसका दोबारा एग्जाम भी नहीं दिया था.
86 साल के ओम प्रकाश चौटाला का पेपर लिखने के लिए 9वीं की छात्रा मलकीत भी पहुंची थी, क्योंकि ओपी चौटाला की उम्र काफी हो चुकी है और उनके हाथ में भी चोट लगी थी तो उन्होंने बोर्ड से एक राइटर देने की मांग की थी. जिसे बोर्ड ने मान लिया. इसीलिए 9वीं की 14 साल की छात्रा मलकीत उनका पेपर लिख रही थी. मलकीत सिरसा की ही रहने वाली हैं. ओम प्रकाश चौटाला के साथ 220 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी. आपको यहां भी बताते चलें कि ओम प्रकाश चौटाला ने तिहाड़ जेल से दसवीं की परीक्षा पास की थी.
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उस वक्त लोग ये जानकर हैरान हो गए थे कि ओपी चौटाला पढ़े लिखे नहीं हैं. ओपी चौटाला ने उस कहावत को सार्थक किया है जिसमें कहा गया है कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती वो 86 साल की उम्र में सेंटर पर पेर देने पहुंचे और वहां जब पत्रकारों ने उनसे बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि मैं छात्र हूं और छात्र पत्रकारों से बात नहीं करते.