सिरसा: शुक्रवार को देश के सबसे बड़ा ड्रग तस्करों में से एक रंजीत सिंह उर्फ चीता के ठिकानों पर एनआईए की टीम पहुंची. वहां पहुंचकर टीम ने छानबीन की है. बता दें कि तस्कर रंजीत सिंह को पुलिस ने पिछले महीने ही 532 किलोग्राम हेरोइन मामले में गिरफ्तार किया था.
बता दें कि पुलिस ने नमक के बीच छिपाकर लाई गई 532 किलो हेरोइन तस्करी के आरोप में रंजीत उर्फ चीता को गिरफ्तार किया था. ये तस्करी पंजाब में अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते से हो रही थी. नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम ने पंजाब की अमृतसर पुलिस और हरियाणा पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में चीता को सिरसा के बेगू गांव के एक मकान में पकड़ा था.
रंजीत सिंह उर्फ चीता पर आतंकियों की मदद का आरोप
एनआईए की टीम ने उसके भाई गगन और मदद करने वाले गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया था. टीम ने बताया था कि रंजीत सिंह उर्फ चीता के आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद करने और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी संपर्क होने की बात भी सामने आई थी.
रंजीत सिंह उर्फ चीता 29 जून 2019 को अटारी बॉर्डर पर 532 किलो हेरोइन की खेप पकड़े जाने के मामले में शामिल था. खेप पकड़ी जाने के बाद से ही रंजीत सिंह फरार था. तब से ही पुलिस को इस तस्कर की तलाश थी. पुलिस के मुताबिक ये तस्कर पिछले 8 महीने से हरियाणा के सिरसा के बेगू रोड स्थित एक घर में छिपा हुआ था. पुलिस ने तस्करों को शरण देने वाले सिरसा के गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया था.
पंजाब पुलिस ने कहा था कि वो भारत के सबसे बड़े ड्रग तस्करों में से एक है. चीता की गिरफ्तारी 532 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी के मामले में हुई थी. रंजीत सिंह उर्फ चीता 2018 से 2019 के बीच पाकिस्तान से पहाड़ी नमक आयात करने के बहाने ड्रग्स मंगवाता था.