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नशे के मामले में सबसे आगे निकला सिरसा जिला, देखिए ये रिपोर्ट - नशे का मामलों में सिरसा अव्वल

हरियाणा का सिरसा जिला जो कॉटन, गेंहू और किन्नू की खेती में अव्वल रहने के साथ सामाजिक कार्यों जैसे गौसेवा, रक्तदान, देहदान व नेत्रदान का पाठ पढ़ाता रहा है और जिसका सियासत में भी एक अलग मुकाम है. वही सिरसा आज नशे के मामले में भी हरियाणा का अव्वल जिला बन गया है.

drug smuggling sirsa
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Published : Feb 21, 2020, 3:11 PM IST

सिरसा: आलम ये है कि हरियाणा के सभी जिलों के साथ पंजाब, राजस्थान के जिले जो सिरसा से लगते हैं नशे के मामले में सिरसा उनसे भी आगे निकल चुका है. पूरे हरियाणा में नशे के मामलों में करीब 212 गिरफ्तारी हुई हैं वहीं उसके मुकाबले अकेले सिरसा में 156 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.

नशे में सबसे आगे निकला जिला सिरसा

इसके अलावा पंजाब, राजस्थान के जिले जो सिरसा से लगते हैं सिरसा में उनसे भी 40 प्रतिशत अधिक गिरफ्तारी है. ये हालात तो तब हैं जब सिरसा पुलिस नशे के खिलाफ काफी हद तक अच्छा काम कर रही है और सिरसा के लोग भी नशे के खिलाफ जागरुक हो रहे हैं जो नशा तस्करों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं.

पुलिस लगातार कर रही है रोकथाम के लिए काम

अब नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस और जिला प्रशासन ने तीन और अहम कदम उठाए हैं. जिसके अंतर्गत कालांवाली में सीआईए की नई टीम गठित की गई है. वहीं बॉडर एरिया से यहां नशा ना आ सके उसके लिए डबवाली में राजस्थान के बॉर्डर के पास एक पुलिस चौकी खोलने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा सिरसा प्रशासन ने नशा पीड़ितों के इलाज के लिए डबवाली में एक नया नशा मुक्ति केंद्र खोलने का फैसला भी किया है.

नशे के मामले में सबसे आगे निकला सिरसा जिला, देखिए ये रिपोर्ट.

राजस्थान बॉर्डर पर खोली जाएगी चौकी

डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि सिरसा पुलिस द्वारा नशे को समाप्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सिरसा जिले के अनेक गांव में नशे को रोकने के लिए पुलिस काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पंजाब और राजस्थान बॉर्डर से सिरसा में नशा दाखिल होता है जिसके लिए अब डबवाली में राजस्थान बॉर्डर पर एक पुलिस चौकी खोलने का फैसला किया गया है.

ये भी पढ़ेंः महाशिवरात्रि 2020: मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री समेत इन दिग्गज नेताओं ने हरियाणा वासियों को दी बधाई

सीआईए टीम का किया गया गठन

वहीं कालांवली के डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि कालांवाली हल्के में बढ़ रहे नशे पर लगाम कसने के लिए सीआईए की एक टीम गठित की गई है. जिसका मकसद अन्य राज्यों से सिरसा में आने वाले नशे को रोकना होगा और हल्के में नशा तस्करों की मदद करने वाले को पकड़ना होगा.

एक और नशा मुक्ति केंद्र खुलेगा

सिरसा के उपायुक्त रमेश चंद्र ने बताया कि जिला में नशे के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक नया नशा मुक्ति केंद्र खोलने का फैसला लिया गया है. जो डबवाली में खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि उसके लिए जगह भी देख ली गई है और जल्द ही उसे तैयार कर दिया जाएगा जिससे नशा पीड़ितों को डबवाली से इतनी दूर सिरसा नहीं आना पड़ेगा और यहां बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

नशे की गर्त में डूब रहे सिरसा के युवा

बता दें कि सिरसा में कई सालों से हेरोइन यानी चिट्टा काफी मात्रा में बिक रहा है. पिछले काफी समय से सिरसा जिले के युवा नशे की गर्त में डूब रहे हैं. यहां नशा इस कदर पैर पसार चुका है कि किसी भी तरह का नशीला पदार्थ यहां आसानी से मिल सकता है. आंकड़ों पर नजर डालें तो सिरसा पुलिस ने मई 2017 से अब तक हेरोइन तस्करी में कई नाइजीरियन को भी गिरफ्तार किया है. वहीं साल 2018 में सिरसा पुलिस ने 22 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ पकड़ा था और 250 मामले दर्ज कर 409 लोगों को गिरफ्तार किया था. जबकि साल 2019 में पुलिस ने करीब 9 करोड़ की हेरोइन पकड़ी थी और 610 मामले दर्ज कर 655 लोगों को गिरफ्तार किया था.

कैसे बाहर निकाल पाएगी पुलिस

मौजूदा साल की बात करें तो सिरसा जिला नशे के मामले में हरियाणा के सभी जिलों से काफी ऊपर निकल गया है. नशे के मामले में पूरे हरियाणा में जहां करीब 212 लोग गिरफ्तार किए गए हैं वहीं इसके मुकाबले अकेले सिरसा में 156 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इस लिस्ट में फरीदाबाद दूसरे नंबर पर आता है जहां अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. खैर अब देखना ये होगा कि नशे में डूबते जा रहे सिरसा जिले को यहां का पुलिस और प्रशासन कैसे बाहर निकला पाएगा.

ये भी पढ़ेंः अनिल विज के स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, स्कूलों में भेजी एक्सपायरी डेट की दवाई

सिरसा: आलम ये है कि हरियाणा के सभी जिलों के साथ पंजाब, राजस्थान के जिले जो सिरसा से लगते हैं नशे के मामले में सिरसा उनसे भी आगे निकल चुका है. पूरे हरियाणा में नशे के मामलों में करीब 212 गिरफ्तारी हुई हैं वहीं उसके मुकाबले अकेले सिरसा में 156 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.

नशे में सबसे आगे निकला जिला सिरसा

इसके अलावा पंजाब, राजस्थान के जिले जो सिरसा से लगते हैं सिरसा में उनसे भी 40 प्रतिशत अधिक गिरफ्तारी है. ये हालात तो तब हैं जब सिरसा पुलिस नशे के खिलाफ काफी हद तक अच्छा काम कर रही है और सिरसा के लोग भी नशे के खिलाफ जागरुक हो रहे हैं जो नशा तस्करों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं.

पुलिस लगातार कर रही है रोकथाम के लिए काम

अब नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस और जिला प्रशासन ने तीन और अहम कदम उठाए हैं. जिसके अंतर्गत कालांवाली में सीआईए की नई टीम गठित की गई है. वहीं बॉडर एरिया से यहां नशा ना आ सके उसके लिए डबवाली में राजस्थान के बॉर्डर के पास एक पुलिस चौकी खोलने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा सिरसा प्रशासन ने नशा पीड़ितों के इलाज के लिए डबवाली में एक नया नशा मुक्ति केंद्र खोलने का फैसला भी किया है.

नशे के मामले में सबसे आगे निकला सिरसा जिला, देखिए ये रिपोर्ट.

राजस्थान बॉर्डर पर खोली जाएगी चौकी

डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि सिरसा पुलिस द्वारा नशे को समाप्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सिरसा जिले के अनेक गांव में नशे को रोकने के लिए पुलिस काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पंजाब और राजस्थान बॉर्डर से सिरसा में नशा दाखिल होता है जिसके लिए अब डबवाली में राजस्थान बॉर्डर पर एक पुलिस चौकी खोलने का फैसला किया गया है.

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सीआईए टीम का किया गया गठन

वहीं कालांवली के डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि कालांवाली हल्के में बढ़ रहे नशे पर लगाम कसने के लिए सीआईए की एक टीम गठित की गई है. जिसका मकसद अन्य राज्यों से सिरसा में आने वाले नशे को रोकना होगा और हल्के में नशा तस्करों की मदद करने वाले को पकड़ना होगा.

एक और नशा मुक्ति केंद्र खुलेगा

सिरसा के उपायुक्त रमेश चंद्र ने बताया कि जिला में नशे के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक नया नशा मुक्ति केंद्र खोलने का फैसला लिया गया है. जो डबवाली में खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि उसके लिए जगह भी देख ली गई है और जल्द ही उसे तैयार कर दिया जाएगा जिससे नशा पीड़ितों को डबवाली से इतनी दूर सिरसा नहीं आना पड़ेगा और यहां बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

नशे की गर्त में डूब रहे सिरसा के युवा

बता दें कि सिरसा में कई सालों से हेरोइन यानी चिट्टा काफी मात्रा में बिक रहा है. पिछले काफी समय से सिरसा जिले के युवा नशे की गर्त में डूब रहे हैं. यहां नशा इस कदर पैर पसार चुका है कि किसी भी तरह का नशीला पदार्थ यहां आसानी से मिल सकता है. आंकड़ों पर नजर डालें तो सिरसा पुलिस ने मई 2017 से अब तक हेरोइन तस्करी में कई नाइजीरियन को भी गिरफ्तार किया है. वहीं साल 2018 में सिरसा पुलिस ने 22 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ पकड़ा था और 250 मामले दर्ज कर 409 लोगों को गिरफ्तार किया था. जबकि साल 2019 में पुलिस ने करीब 9 करोड़ की हेरोइन पकड़ी थी और 610 मामले दर्ज कर 655 लोगों को गिरफ्तार किया था.

कैसे बाहर निकाल पाएगी पुलिस

मौजूदा साल की बात करें तो सिरसा जिला नशे के मामले में हरियाणा के सभी जिलों से काफी ऊपर निकल गया है. नशे के मामले में पूरे हरियाणा में जहां करीब 212 लोग गिरफ्तार किए गए हैं वहीं इसके मुकाबले अकेले सिरसा में 156 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इस लिस्ट में फरीदाबाद दूसरे नंबर पर आता है जहां अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. खैर अब देखना ये होगा कि नशे में डूबते जा रहे सिरसा जिले को यहां का पुलिस और प्रशासन कैसे बाहर निकला पाएगा.

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