सिरसा: शनिवार को जिले के मल्लेकां, माधोसिंघाना, मंगाला, मौजदीन गांवों में टिड्डी दल का तांड़व देखने को मिला. वहीं सुपुरा और आसपास के लगते कई गांव में सबसे ज्यादा नुकसान होने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि इन गांव के आस पास टिड्डी दल रात को ठहरा हुआ था. जिसके चलते प्रशासन ने पूरी रात यहां दमकल विभाग की गाड़ियों की सहायता से दवाओं का छिड़काव किया.
बताया जा रहा है कि अभी भी टिड्डी दल वहां पर मौजूद हैं. जिसे प्रशासन के अधिकारी किसान के साथ मिलकर भगाने के प्रयास में लगे हुए हैं. वहीं कृषि विभाग भी लगातार टिड्डी दल पर नजर बनाए हुए है. जहां-जहां भी टिड्डी दल प्रवेश कर रहा है. वहां कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर किसानों को जागरूक कर रहे है. ताकि टिड्डी दल को नुकसान पहुंचाने से पहले ही भगाया जा सके.
किसानों का कहना है कि टिड्डी दल ने सिरसा में नरमे, कपास सहित कई फसलों को नुकसान पहुंचाया है. उनका कहना है कि टिड्डी दल को भगाने के लिए किसान खेतो में थाली, ढोल बजाकर और पटाखे जलाकर भगाना का प्रयास कर रहे हैं. किसानों ने सरकार से मांग की है कि जिस तरह राजस्थान में हेलीकॉप्टर के जरिए दवाई का छिड़काव करवाकर. वहां से टिड्डी को भगाया गया था उसी तरह हरियाणा सरकार को भी सिरसा में हेलीकॉप्टर की सहायता से दवाई का छिड़काव किया जाए.
बता दें कि शनिवार को चरखी दादरी में भी टिड्डी दल का आतंक देखने को मिला था. जिसकी सूचना मिलने के बाद कृषि मंत्री जेपी दलाल चरखी दादरी पहुंचे थे और प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि डीसी के माध्यम से नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है. जहां ज्यादा नुकसान हुआ है. उस क्षेत्र की स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएगी.
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साथ ही मंत्री ने कहा था कि टिड्डी दल की समाप्ती तक प्रशासनिक अधिकारियों को दवाई के छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं. जिस क्षेत्र में टिड्डी दल जा रहा है. वहां अधिकारियों को सचेत किया जा रहा है. टिड्डी दल को भगाने और समाप्त करने के लिए व्यापक और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.