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हरियाणा से टला टिड्डी दल का खतरा, हवा के रुख के साथ राजस्थान की तरफ मुड़ा वापस

हरियाणा में फिलहाल टिड्डी दल का खतरा टल गया है, लेकिन हवा का रुख बदलने पर ये टिड्डी दल वापस राज्य में आ सकता है.

locust go back to rajasthan from sirsa
फिलहाल टला टिड्डी दल का खतरा
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Published : May 28, 2020, 9:28 PM IST

सिरसा: जिले में टिड्डी दल का खतरा फिलहाल टल गया है. कृषि विभाग के मुताबिक टिड्डी दल बुधवार को सिरसा के ऐलनाबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच गया था. हवा का रुख बदलने से वो वापस राजस्थान की तरफ मुड़ गया है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं हैं कि टिड्डी दल का खतरा टल गया है. अगर दोबारा हवा का रुख बदलता है तो उसके वापस आने की आशंका बनी हुई है.

'कृषि विभाग तैयार'

कृषि विभाग टिड्डी दल के वापस आने की आशंका को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है और लगातार राजस्थान के कृषि अधिकारियों से सम्पर्क बनाए हुए हैं. टिड्डी दल से निपटने के लिए प्रशासन ने कई योजनाएं बनाई हैं और साथ में किसानों को भी जागरूक किया जा रहा है.

हरियाणा से टला टिड्डी दल का खतरा, हवा के रुख के साथ राजस्थान की तरफ मुड़ा वापस

राजस्थान वापस लौटी टिड्डियां

कृषि अधिकारी बाबू लाल के अनुसार टिड्डी दल बुधवार को सिरसा के ऐलनाबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच गया था. लेकिन हवा का रुख बदलने से वो वापस राजस्थान की तरफ मुड़ गया है. हालांकि उन्होंने कहा कि बुधवार को सिरसा के गांव कर्मशाना में कुछ टिड्डियों को देखा गया था, लेकिन वो भी हवा के रुख के साथ वापस मुड़ गए हैं.

हेल्पलाइन नंबर जारी

उन्होंने कहा प्रसाशन ने पूरी तैयारी कर ली है, फायर ब्रिगेड को भी अलर्ट पर रखा है. रात के वक्त अगर टिड्डी दल का हमला होता है तो विभाग के पास उससे निपटने के लिए पेस्टिसाइड की पूरी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा किसानों की सहायता के लिए जिला में कंट्रोल रूम बनाया गया है और हेल्पलाइन नम्बर भी 01666-222371 जारी किया है. किसान टिड्डी के संबंध में कोई भी सूचना इस नम्बर पर दे सकते हैं.

किसान शोर मचा कर बचाए फसल

उन्होंने कहा कि किसान टिड्डी दल से अपने स्तर पर निपटने के लिए आपस में सहयोग करें और टिड्डी को फसल पर बैठने न दें. इसके लिए वे पीपे, नंगाड़े, ढोल आदि बजाकर टिड्डी दल को बैठने से रोका जा सकता है.

उन्होंने कहा कि टिड्डी दल को दिन में न बैठने दें और जब रात को जब ये बैठें तो उस पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें. उन्होंने कहा कि किसी को कहीं पर भी टिड्डी दल दिखाई दे. उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें.

दूसरी ओर किसानों को टिड्डी दल का खतरा बना हुआ है. उनका कहना है कि सरकार हमले सिर्फ पीपे, नंगाड़े बजवाना चाहती है. किसानों को डर है अगर टिड्डी दल हरियाणा में आया तो काफी नुकसान होगा.

ये भी पढ़ें- कुरुक्षेत्र: चेकिंग के दौरान पुलिस ने मांगे कागजात तो युवक ने लगाई स्कूटी में आग

सिरसा: जिले में टिड्डी दल का खतरा फिलहाल टल गया है. कृषि विभाग के मुताबिक टिड्डी दल बुधवार को सिरसा के ऐलनाबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच गया था. हवा का रुख बदलने से वो वापस राजस्थान की तरफ मुड़ गया है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं हैं कि टिड्डी दल का खतरा टल गया है. अगर दोबारा हवा का रुख बदलता है तो उसके वापस आने की आशंका बनी हुई है.

'कृषि विभाग तैयार'

कृषि विभाग टिड्डी दल के वापस आने की आशंका को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है और लगातार राजस्थान के कृषि अधिकारियों से सम्पर्क बनाए हुए हैं. टिड्डी दल से निपटने के लिए प्रशासन ने कई योजनाएं बनाई हैं और साथ में किसानों को भी जागरूक किया जा रहा है.

हरियाणा से टला टिड्डी दल का खतरा, हवा के रुख के साथ राजस्थान की तरफ मुड़ा वापस

राजस्थान वापस लौटी टिड्डियां

कृषि अधिकारी बाबू लाल के अनुसार टिड्डी दल बुधवार को सिरसा के ऐलनाबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच गया था. लेकिन हवा का रुख बदलने से वो वापस राजस्थान की तरफ मुड़ गया है. हालांकि उन्होंने कहा कि बुधवार को सिरसा के गांव कर्मशाना में कुछ टिड्डियों को देखा गया था, लेकिन वो भी हवा के रुख के साथ वापस मुड़ गए हैं.

हेल्पलाइन नंबर जारी

उन्होंने कहा प्रसाशन ने पूरी तैयारी कर ली है, फायर ब्रिगेड को भी अलर्ट पर रखा है. रात के वक्त अगर टिड्डी दल का हमला होता है तो विभाग के पास उससे निपटने के लिए पेस्टिसाइड की पूरी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा किसानों की सहायता के लिए जिला में कंट्रोल रूम बनाया गया है और हेल्पलाइन नम्बर भी 01666-222371 जारी किया है. किसान टिड्डी के संबंध में कोई भी सूचना इस नम्बर पर दे सकते हैं.

किसान शोर मचा कर बचाए फसल

उन्होंने कहा कि किसान टिड्डी दल से अपने स्तर पर निपटने के लिए आपस में सहयोग करें और टिड्डी को फसल पर बैठने न दें. इसके लिए वे पीपे, नंगाड़े, ढोल आदि बजाकर टिड्डी दल को बैठने से रोका जा सकता है.

उन्होंने कहा कि टिड्डी दल को दिन में न बैठने दें और जब रात को जब ये बैठें तो उस पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें. उन्होंने कहा कि किसी को कहीं पर भी टिड्डी दल दिखाई दे. उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें.

दूसरी ओर किसानों को टिड्डी दल का खतरा बना हुआ है. उनका कहना है कि सरकार हमले सिर्फ पीपे, नंगाड़े बजवाना चाहती है. किसानों को डर है अगर टिड्डी दल हरियाणा में आया तो काफी नुकसान होगा.

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