सिरसा: जिले में लगातार नशा तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है. बावजूद इसके नशा तस्करों में पुलिसिया खौफ नजर नहीं आ रहा (Action on drug smugglers in Sirsa) है. यही कारण है कि जिले में नशे की ओवरडोज के कारण करीब 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं डेढ़ साल में सिरसा पुलिस ने सैकड़ों लोगों को नशीला पदार्थ बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है और हजारों लोगों पर नशा तस्करी का आरोप भी दर्ज है. अवैध प्रॉपर्टी बनाने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है.
अवैध प्रॉपर्टी बनाने वाले करीब 14 नशा तस्करों की सूची भी तैयार कर ली (List of drug smugglers in Sirsa) गई है. 1 जुलाई 2021 से अब तक सिरसा पुलिस ने 677 मुकदमे दर्ज किए हैं और 1 हजार 141 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है. अब तक जिले में 6 किलो 770 ग्राम हेरोइन, 52 किलो 246 ग्राम अफीम, 5 हजार 162 किलो डोडा पोस्त, 76 किलो 284 ग्राम गांजा बरामद किया गया है. सिरसा पुलिस ने करीब 4,50 लाख नशीली दवाइयां बरामद की हैं. पिछले दिनों प्रशासन और पुलिस ने 7 नशा तस्करों के अवैध मकानों को भी ध्वस्त किया (drug business in haryana) था.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में पुलिस ने अब तक 468 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जिसमें करीब 761 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं एसपी डॉ. अर्पित जैन ने साफतौर पर नशा तस्करों को चेतावनी दी है कि अगर जिले में कोई भी नशा तस्कर नशीले पदार्थो की तस्करी करते पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की (drug smuggling in sirsa) जाएगी.
बॉर्डर एरिया पर भी पुलिस की ओर से सख्ती बरती जा रही है. बॉर्डर एरिया से जिले में आने-जाने वाले वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है, जिससे जिले में नशे की तस्करी न हो सके. एसपी डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि बॉर्डर एरिया में नशे की तस्करी को रोकने के लिए एंटी नारकोटिक्स सेल की तैनाती सिरसा डबवाली और ऐलनाबाद में की गई है. इसके साथ ही सीआईए के जवान अब सिरसा के अलावा लगते जिलों में भी पैनी नजर रखेंगे.
उन्होंने कहा कि सीआईए फतेहाबाद और हिसार में भी नजर रखेंगे ताकि दूसरे जिलों से सिरसा में कोई नशे की तस्करी न हो सके. इसके साथ ही बॉर्डर एरिया पर नशे को रोकने के लिए डबवाली सीआईए पुलिस अब राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला और पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में भी नजर रखेगी और दोनों राज्यों की पुलिस के साथ तालमेल बैठाएगी जिससे बॉर्डर एरिया से भी नशे की तस्करी को रोका जा सके.