सिरसा: लॉकडाउन की आशंका के बीच सिरसा से प्रवासी मजदूरों का प्रलायन शुरू हो गया है. बसों व कैब में निर्धारित संख्या से ज्यादा प्रवासी मजदूरों व उनके परिवारों को बैठाकर रवाना किया जा रहा है. नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मौन है. पुलिस गश्त करने पहुंचती है, लेकिन कार्रवाई करने में असमर्थता जताती है.
ये भी पढ़ें: प्रशासन के दावों पर विश्वास नहीं कर रहे प्रवासी मजदूर, पलायन का दौर शुरू
गुरुवार शाम को भी ऐसा ही मामला सामने आया. प्रवासी मजदूरों के पलायन की सूचना पर पत्रकार मौके पर पहुंचे. तो कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ ट्रेवलर्स संचालकों ने दुव्यर्वहार किया. जिसके बाद मौके पर सिविल लाईन थाना पुलिस भी पहुंची. हालांकि पुलिस के आने से पहले ही सवारियों से लदी बस और कैब रवाना हो गई. इसके बाद एजेंसियों के संचालक तालाबंदी कर निकल गए.
प्रवासी मजदूर राहुल और रेशमा ने बताया कि लॉक डाउन की आशंका के चलते वे अपने गांव लौट रहे हैं. प्राइवेट बस संचालक मनमाने किराए वसूल रहे हैं. पहले 1300 रुपये किराया था, लेकिन अब 1600 रुपये से लेकर डबल तक किराया वसूला जा रहा है. उन्हें घर जाना है मजबूरी है. इसलिए किराया भी अधिक देकर वे लौट रहे हैं.
ये भी पढ़ें: आपदा में काली कमाई का अवसर: लॉकडाउन के डर से पलायन करने वालों से प्राइवेट बस चालक ले रहे 5 गुना किराया
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि यहां लॉकडाउन की आशंका बनी हुई है. इसी के चलते वे बिहार व यूपी में अपने घरों में लौट रहे हैं. बस संचालक मनमानी करते हुए उनसे किराया भी अधिक वसूल रहे हैं. मजबूरी में उन्हें 200 रुपये अधिक से लेकर दोगुना तक किराया भुगतना पड़ रहा है. जाना जरूरी है. अगर यहां रहे और लॉकडाउन की स्थिति बनी तो उनके सामने परेशानी खड़ी हो जाएगी. कवरेज कर रहे पत्रकारों से दुर्व्यवहार करने के मामले में सिविल लाईन थाना पुलिस को शिकायत दी गई है.