सिरसा: हरियाणा में सिरसा जिला चौटाला गांव में सैंकड़ों ग्रामीण 23 दिनों से लगातार हरियाणा सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर जन चेतना यात्रा (jan chetna yatra in Sirsa Chautala village) रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. दरअसल ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 11 एमबीबीएस के रिक्त पदों को तत्काल भरने, नवजात शिशु के मौत प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने, लैब टेक्नीशियन और रेडियोग्राफर लगाने, ऑपरेशन थिएटर एवं मोर्चरी को शुरू करने, अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने सहित आमजन की मूलभूत सुविधाओं की मांग की है.
किसान नेता राकेश फगोडि़या ने कहा कि इस कड़ाके की भयंकर ठंड में साथियों की तबीयत भी नासाज हो चुकी है. पैरों में छाले पड़ गए लेकिन स्थानीय प्रशासन और सरकार ने कोई संपर्क साधने का प्रयास तक नहीं किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है की स्थानीय प्रशासन इलाके के आमजन के नहीं किसी दुशमन इलाके के नौकर होंगे. फगोडि़या ने कहा कि आज डबवाली गांव से सूर्य उदय होते ही साथियों ने चंडीगढ़ की तरफ हाथों में तिरंगे झंडे थाम कर कुच किया.
राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए टोल नाके पर पहुंचते ही टोल के कर्मचारियों द्वारा स्वागत सत्कार किया गया. उन्होंने कहा कि यात्रा ओढा गांव पहुंची. रविवार को सिरसा पहुंचने से पहले शहर के बाहर अखिल भारतीय किसान सभा सीआईटीयू के सैकड़ों साथी यात्रा को समर्थन देने पहुंचेंगे. सिरसा पहुंचने के बाद बीच बाजार मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले का दहन करेंगे. बीच बाजार सभा कर शहर के दुकानदार व्यापारी बंधुओं को इस यात्रा के मुख्य उद्देश्य और चौटाला सहित लावारिस डबवाली इलाके के प्रत्येक गांव में किसानों-मजदूरों के हितों पर सरकार द्वारा किए जा रहे कुठाराघात और शोषण के बारे में अवगत करवाएंगे.
साथ ही यात्रा के चंडीगढ़ प्रवेश के बाद सैकड़ों व्यापारी चंडीगढ़ पहुंचे इसका भी आह्वान करेंगे. संघर्षरत नेताओं ने कहा कि सिरसा से चंडीगढ़ तक का कल रूट चार्ट जारी कर दिया जाएगा. प्रत्येक गांव में नुक्कड़ सभाएं की जाएंगी जिसमें किसानों और मजदूरों को बड़ी संख्या में इस यात्रा में जोड़ा जाएगा और अगर सरकार ने जल्द जायज मांगों पर मुहर नहीं लगाई तो सैकड़ों लोग गांव-गांव से बसे भरकर विधानसभा के आगे पहुंचेंगे. चौटाला गांव से 4 बसों में सवार होकर ग्रामीण चंडीगढ़ पहुंचेंगे. संघर्षरत नेताओं ने कहा कि जन चेतना यात्रा जन आंदोलन बन चुकी है.
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इस यात्रा में अनेक किसान, मजदूर, दुकानदार, व्यापारी बंधु प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं. अब सरकार को चेतना चाहिए वरना जन चेतना यात्रा प्रदेश भर का आंदोलन बनेगी. उन्होंने कहा कि रविवार को ही समाचार पत्रों के माध्यम से ही सूचना मिली कि डबवाली पीएचसी में निकम्मी और नाकारा सरकार ने 2 डॉक्टरों की अस्थाई नियुक्तियां की है. हालांकि सरकार को चाहिए कि तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्य केंद्रों में बाल रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की स्थाई नियुक्तियां करें. स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिकता में रख कर अव्यवस्थाओं को दूर करें. ताकि किसी गरीब आदमी के बच्चे को इलाज के अभाव में अपने जीवन से हाथ ना धोना पड़े.
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