सिरसा: लॉकाडउन की वजह से घग्गर नदी का पानी 50 प्रतिशत तक साफ हो चुका है. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से सभी फैक्ट्रियां और कारखाने बंद थे. जिसकी वजह से वारावरण तो शुद्ध हुआ ही साथ ही नदियों और नालों का पानी भी साफ हो गया.
फैक्ट्रियों और कारखानों से निकलने वाले कैमिकल की वजह से घग्गर नदी इस कदर प्रदूषित थी कि इससे लोगों को कैंसर का खतरा पैदा हो गया था. अब लॉकडाउन की वजह से घग्गर नदी का नया ही रूप देखने को मिल रहा है.
किसानों को अच्छी फसल की उम्मीद
घग्गर नदी से सटे करीब 50 ऐसे गांव हैं, जो इसके दूषित पानी से प्रभावित होते हैं. घग्गर के पानी से किसान सब्जियों और दूसरी फसलों की सिंचाई करते हैं. जिस वजह से खेतों में उगने वाली सब्जियां और अन्य फसलें भी जहरीली होती जा रही थी. अब लॉकडाउन की वजह से इसका पानी काले से हरा हो गया है और इस पानी से केमिकल की बदबू भी आनी लगभग बन्द हो गयी है.
नदी के तटबंध पर अकेले सिरसा जिले में 531 पाइपलाइन हैं. जिससे किसान सीधे नदी के पानी को खेतों में फसलों की सिंचाई करते हैं. रबी के सीजन में 1 लाख हेक्टेयर जमीन में गेहूं इसी पानी से पकता है, तो खरीफ सीजन में करीब 60 हजार हेक्टेयर में चावल का उत्पादन होता है.
किसानों का कहना है कि घग्गर का पानी लॉकडाउन से पहले बहुत काला और बदबूदार था. जिसकी वजह से आदमी तो क्या जानवर भी इसके पास नहीं जाते थे. फसलें भी इससे काफी प्रभावित हो रही थी. इसका पानी साफ होने से आने वाली फसल को बहुत फायदा होगा.
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किसानों को उम्मीद है कि इस बार उनकी फसल ज्यादा अच्छी होगी. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से नदी का पानी 50 प्रतिशत तक साफ हो चुका है. किसानों से सरकार से भी मांग करते हुए कहा कि नदियों के पानी को लेकर वो कड़े कदम उठाए.