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राजस्थान में महिला डॉक्टर की आत्महत्या का मामला गर्माया, IMA सिरसा के डॉक्टर्स ने निकाला कैंडल मार्च - Haryana latest news

राजस्थान के दौसा में डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या के मामले में सिरसा में गुरुवार को कैंडल मार्च (IMA Sirsa doctors candle march) निकाला गया. इस दौरान आईएमए सिरसा के डॉक्टर्स ने अर्चना शर्मा को श्रद्धांजलि दी और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की.

IMA Sirsa doctors candle march
IMA Sirsa doctors candle march
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Published : Apr 1, 2022, 4:32 PM IST

सिरसा: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक महिला डॉक्टर द्वारा आत्महत्या करने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. जिसके चलते पूरे देश भर के डॉक्टर अर्चना शर्मा के मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे है. ऐसे में इंसाफ की मांग को लेकर आईएमए सिरसा के बैनर तले गुरुवार देर शाम डॉक्टर्स ने शहर में कैंडल मार्च (IMA Sirsa doctors candle march) निकाला. कैंडल मार्च सांगवान चौक से शुरू होकर जगदेव सिंह चौक, सुभाष चौक सहित शहर के विभिन्न चौकों से होते हुए लाल बत्ती चौक पर पहुंचा. जहां इस कैंडल मार्च का समापन किया गया.

नम आंखों से सभी डॉक्टर्स ने डॉ. अर्चना को श्रद्धांजलि दी और संकल्प लिया कि हर हाल में डॉ. अर्चना को न्याय मिलेगा और राजस्थान के भाजपा नेता व एक पत्रकार की इस मामले में भागीदारी को लेकर उन्हें जवाब देना होगा. वहीं आईएमए के प्रधान डॉ. आशीष खुराना ने कहा कि महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा के खिलाफ सोमवार को उसके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था. राजस्थान के स्थानीय नेता और पत्रकार की वजह से डॉ. अर्चना शर्मा पर हत्या का मामला दर्ज किया था.

राजस्थान में महिला डॉक्टर की आत्महत्या का मामला गर्माया, IMA सिरसा के डॉक्टर्स ने निकाला कैंडल मार्च

जिसके बाद डॉ. अर्चना शर्मा ने झूठे आरोपों से तंग आकर आत्महत्या कर ली. डॉ. आशीष खुराना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, अगर अस्पताल में मौत हुई है, तो इलाज में लापरवाही की धारा 304 लगाकर और कमेटी बनाकर जांच कर सकते हैं, लेकिन वहां डॉ. अर्चना शर्मा पर केस दर्ज कर भीड़ ने ही उन्हें दोषी करार दे दिया. जिसके चलते मानसित तनाव में डॉ. अर्चना ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया. इसलिए हमने डॉ. अर्चना को श्रद्धांजलि देने के लिए मार्च निकाला है. साथ ही डॉ. आशीष ने इंसाफ नहीं मिलने पर आईएमए द्वारा सख्त कदम उठाने की चेतावनी भी दी है.

ये भी पढ़ें- भिवानी: मूलभूत सुविधाओं के अभाव में 125 परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर

क्या है मामला?: सोमवार (28 मार्च 2022) को राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट स्थित निजी हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के बाहर जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया. इसके बाद अस्पताल संचालक दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. कथित तौर पर पुलिस कर्मियों की जांच और नेताओं के हंगामे से प्रताड़ित हॉस्पिटल संचालक डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार को सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide) कर लिया. इस खबर के सामने आने के बाद दौसा सहित देश के सभी चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है.

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सिरसा: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक महिला डॉक्टर द्वारा आत्महत्या करने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. जिसके चलते पूरे देश भर के डॉक्टर अर्चना शर्मा के मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे है. ऐसे में इंसाफ की मांग को लेकर आईएमए सिरसा के बैनर तले गुरुवार देर शाम डॉक्टर्स ने शहर में कैंडल मार्च (IMA Sirsa doctors candle march) निकाला. कैंडल मार्च सांगवान चौक से शुरू होकर जगदेव सिंह चौक, सुभाष चौक सहित शहर के विभिन्न चौकों से होते हुए लाल बत्ती चौक पर पहुंचा. जहां इस कैंडल मार्च का समापन किया गया.

नम आंखों से सभी डॉक्टर्स ने डॉ. अर्चना को श्रद्धांजलि दी और संकल्प लिया कि हर हाल में डॉ. अर्चना को न्याय मिलेगा और राजस्थान के भाजपा नेता व एक पत्रकार की इस मामले में भागीदारी को लेकर उन्हें जवाब देना होगा. वहीं आईएमए के प्रधान डॉ. आशीष खुराना ने कहा कि महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा के खिलाफ सोमवार को उसके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था. राजस्थान के स्थानीय नेता और पत्रकार की वजह से डॉ. अर्चना शर्मा पर हत्या का मामला दर्ज किया था.

राजस्थान में महिला डॉक्टर की आत्महत्या का मामला गर्माया, IMA सिरसा के डॉक्टर्स ने निकाला कैंडल मार्च

जिसके बाद डॉ. अर्चना शर्मा ने झूठे आरोपों से तंग आकर आत्महत्या कर ली. डॉ. आशीष खुराना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, अगर अस्पताल में मौत हुई है, तो इलाज में लापरवाही की धारा 304 लगाकर और कमेटी बनाकर जांच कर सकते हैं, लेकिन वहां डॉ. अर्चना शर्मा पर केस दर्ज कर भीड़ ने ही उन्हें दोषी करार दे दिया. जिसके चलते मानसित तनाव में डॉ. अर्चना ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया. इसलिए हमने डॉ. अर्चना को श्रद्धांजलि देने के लिए मार्च निकाला है. साथ ही डॉ. आशीष ने इंसाफ नहीं मिलने पर आईएमए द्वारा सख्त कदम उठाने की चेतावनी भी दी है.

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क्या है मामला?: सोमवार (28 मार्च 2022) को राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट स्थित निजी हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के बाहर जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया. इसके बाद अस्पताल संचालक दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. कथित तौर पर पुलिस कर्मियों की जांच और नेताओं के हंगामे से प्रताड़ित हॉस्पिटल संचालक डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार को सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide) कर लिया. इस खबर के सामने आने के बाद दौसा सहित देश के सभी चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है.

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