सिरसाः तालमेल कमेटी के आह्वान पर आज सिरसा रोडवेज डिपो में कर्मचारियों ने किलोमीटर स्कीम पर बसे चलाए जाने के विरोध में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद कर्मचारी बस अड्डा से रोष मार्च निकालते हुए बरनाला रोड स्थित उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर पहुंचे. जहां उन्होंने आधे घंटे तक सड़क को जाम रखा और सरकार की वादाखिलाफी को लेकर प्रदर्शन किया.
दुष्यंत के नाम सौंपा ज्ञापन
अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिलने पहुंचे कर्मचारियों ने उपमुख्यमंत्री के आवास के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हरियाणा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कर्मचारियों ने सरकार से किलोमीटर स्कीम पर रोक लगाने की मांग की. इस दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अनुपस्थिति में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने उनके आवास पर पहुंचे तहसीलदार को अपना ज्ञापन सौंपा.
नहीं मानी मांगें तो दुष्यंत दें इस्तीफा- कर्मचारी नेता
डिप्टी सीएम के आवास के सामने प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चुनाव से पहले रोडवेज का निजीकरण नहीं करने, नई बसें शामिल करने और कर्मचारियों की भर्ती करने का वादा किया था. लेकिन उसके बावजूद सरकार थमने का नाम नहीं ले रही. ऐसे में दुष्यंत चौटाला अब सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं तो उन्हें अपना वादा पूरा करना चाहिए. कर्मचारियों ने कहा कि अगर दुष्यंत इसमें असमर्थ हैं तो उन्हें तुरंत उप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
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दुष्यंत चौटाला ने किए थे वादे- कर्मचारी नेता
तालमेल कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा ने मीडिया से बात करते हुए कहा की उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को चुनाव से पहले के वादे को पूरा करते हुए किलोमीटर स्कीम पर शुरू की गई बसों को तुरंत बंद करवाना चाहिए. उनकी मांग है कि रोडवेज के बेड़े में नई बसें शामिल करनी चाहिए और नए कर्मचारियों की भर्ती करनी चाहिए और कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाना चाहिए.
घोटाले में CBI जांच की मांग
दलबीर किरमारा ने कहा कि ऐसे वादे चुनाव से पहले दुष्यंत चौटाला ने कर्मचारियों के साथ किए थे. अब समय आ गया है जब उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए. रोडवेज कर्मचारी नेताओं ने किलोमीटर स्कीम में हुए घोटाले कि सीबीआई से जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले की बड़े स्तर पर जांच हो और आरोपियों को जेल भेजा जाए. वहीं चेताते हुए कहा कि अगर इस स्कीम पर अंकुश नहीं लगा तो रोडवेज कर्मचारी जनआंदोलन करेगी.