सिरसा: गर्मी शुरू होते ही जिले की सभी नहरों में युवाओं के नहाने की घटनाएं बढ़ जाती है. हलांकि नहर में नहाने की मनाही होती है क्योंकि डूबने का खतरा रहता है. इसके बावजूद बड़ी संख्या में युवक खासकर किशोर गर्मी के मौसम में नहाने के लिए जाते हैं. कई बार नहाते समय युवा हादसे का शिकार भी हो जाते हैं. इन्हीं हादसों को रोकने के लिए इस बार नहरी विभाग ने पहले से कमर कस ली है.
हरियाणा का सिरसा जिला पंजाब और राजस्थान बॉर्डर पर स्थित है. सिरसा जिले में बाकी जिलों की अपेक्षा गर्मी ज्यादा पड़ती है. जिले में कई बार 45 डिग्री के ऊपर पारा चला जाता है. ऐसे में युवाओं को गर्मी से बचने के लिए सिर्फ एक ही सहारा नजर आता है, वो है नहरों में कूदकर नहाना. इसी को देखते हुए इस बार सिरसा नहरी विभाग ने युवाओं के नहरों में नहाने पर पूरी तरह रोक लगा दी है.
गर्मी शुरू होते ही विभाग हादसों को रोने के लिए सक्रिय हो गया है. सिरसा जिले में नहरी विभाग ने 15 ऐसे प्वाइंट चिन्हित किये हैं जहां नहर की गहराई ज्यादा है और युवाओं के डूबने का खतरा अधिक बना रहता है. खतरनाक प्वाइंट पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे. इसके अलावा इस बार नहरी विभाग गांवों में मुनादी के साथ-साथ पुलिस प्रशासन और ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लेगा, जिससे युवाओं को जागरूक कर नहर पर जाने से रोका जा सके.
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नहरी विभाग के अधीक्षक अभियंता एआर भांभू ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि विभाग ने इस संबंध में पुलिस और पंचायत विभाग को पत्र जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि नहरों पर नहाने से युवाओं को रोका जाए ताकि हादसों को रोका जा सके. नहरी विभाग ने ग्राम पंचायत द्वारा गांव में मुनादी करवाने और सरपंचों को निगरानी के लिए कहा है ताकि बच्चे नहर में नहाने न जाएं.
इसके अलावा सिरसा नहर विभाग ने पुलिस प्रशासन से भी आग्रह किया गया है कि खतरनाक जगहों पर पुलिस गश्त करें और युवाओं को नहर में नहाने से रोकें. अधीक्षक अभियंता एआर भांभू ने बताया की चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ-साथ नहरी विभाग के अधिकारी भी गश्त के दौरान युवाओं को नहर में नहाने से मना करेंगे. इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है.
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