सिरसा: न्यूनतम वेतन बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हरियाणा की ASHA (Accredited Social Health Activist) वर्करों का आक्रोश अब बढ़ने लगा है. बुधवार को प्रदर्शनकारी आशा वर्कर्स सिरसा में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आवास का घेराव करने पहुंची. विरोध को देखते हुए पुलिस ने रास्ते में बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की तो महिलाओं ने बैरिकेड तोड़ दिया और आगे बढ़ गईं. इस दौरान पुलिस के साथ प्रदर्शनाकारियों की भिड़ंत हो गई. पुलिस के साथ जमकर धक्कामुक्की हुई. डिप्टी सीएम आवास के पास कई घंटे तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा.
हरियाणा की आशा वर्कर्स न्यूनतम 26 हजार रुपये करने, सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने और रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष करने सहित कई मांगों को लेकर पिछले 72 दिन से पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. इसी कड़ी में बुधवार को उन्होंने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास का घेराव किया. पुलिसकर्मियों ने बैरीकेड लगाकर उन्हें रास्ते में ही रोक दिया. आशा वर्करों ने पहला सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए बैरीकेड को सड़क पर गिराकर उपमुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर गईं. हलांकि पुलिस ने उन्हें सुरक्षा घेरे पर रोक दिया.
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भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों के साथ उनकी जमकर धक्कामुक्की हुई. प्रदर्शनकारी आशा वर्करों का आरोप है कि महिलाओं को रोकने के लिए पुरूष पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाना गलत है. पुलिसकर्मियों ने उनके साथ हाथापाई की है, जिसमें कई आशा वर्कर को मामूली चोट भी लगी है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे मांगों को लेकर अब 24 घंटे का पड़ाव उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास के सामने लगाएंगी. उसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी जाती तो आगे आंदोलन तेज किया जाएगा.
आशा वर्कर एसोसिएशन हरियाणा की जिला प्रधान दर्शना और महासचिव पिंकी ने कहा कि वे आज उपमुख्यमंत्री के आवास पर घेराव करने आई थीं. पुलिस ने सड़क पर कई जगह बैरीकेड लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया. उनके साथ धक्का-मुक्की भी की. बैरीकेड को सड़क पर गिराकर वे आगे बढ़ी. पुलिस की हाथापाई में कई वर्कर घायल हुई हैं. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा.