सिरसा: एक तरफ जहां पूरा देश कोविड महामारी से जूझ रहा है. लोग अपनी जान बचाने के लिए भटक रहे हैं. वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो विपदा की इस घड़ी में भी चंद पैसे के लालच में लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. ताजा मामला सिरसा मंडी का है. जहां यूपी से दो ट्रकों में भरकर पुरानी गेहूं को सिरसा की मंडी में उतारा गया, जोकि बहुत ही घटिया किस्म की थी. जब इस बात की भनक किसानों को लगी तो काफी संख्या में किसान मौके पर एकत्रित हो गए.
सूचना मिलने पर हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा भी किसानों के साथ मंडी में पहुंच गए. मामले को बढ़ता देखकर एसडीएम मौके पर पहुंचे और गेहूं के सैंपल भरवाकर जांच करवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान शांत हुए. हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि हर साल आढ़ती व एफसीआई के अधिकारी मिलकर यूपी से सस्ता गेहूं सिरसा में चोरी छिपे मंगवाते हैं और उसे ऊंचे दामों पर बेचते हैं. उन्होंने बताया कि आज लाई गई गेहूं में काफी कंकर-पत्थर थे और गेहूं निम्न स्तर की थी, जिसे पशु भी नहीं खा सकता.
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दोपहर को मंडी में जब दोनों ट्रक आए और गेहूं को नीचे उतारा गया तो मंडी में आए किसानों को कुछ शक हुआ. जब उन्होंने ट्रक चालक व आढ़ती से पूछताछ की तो वे कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे पाए. जिसके बाद किसानों ने उन्हें सूचित किया. सूचना मिलने पर काफी किसान मौके पर एकत्रित हो गए. मामले को बढ़ता देखकर पुलिस व एसडीएम जयवीर यादव भी मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की.
एसडीएम ने भी संबंधित आढ़ती व ट्रक चालक से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. इसके बाद एसडीएम ने गेहूं के सैंपल भरवाने और जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. वहीं किसानों ने एसडीएम को चेताया कि अगर मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो किसान एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना लगा देंगे.
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