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किसान देशद्रोह मामलाः खुले आसमान के नीचे ही किसानों को बितानी पड़ेगी रात, प्रशासन ने नहीं मानी बात - Kisan protest News

किसानों पर देशद्रोह के मुकदमे होने का बाद मामला तूल पकड़ा तो आज दिनभर बैठकों का दौर चला, लेकिन कोई हल नहीं निकला.

किसान देशद्रोह केस
खुले आसमान के नीचे ही किसानों को बितानी पड़ेगी रात
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Published : Jul 17, 2021, 10:34 PM IST

सिरसाः किसानों पर हुए देशद्रोह के मुकदमे के बाद प्रशासन से बातचीत में भी कोई हल नहीं निकल पाया और किसानों ने सिरसा के दक्ष प्रजापति चौक पर जाम लगा दिया. अब किसान वहीं बैठे हुए हैं लेकिन वहां ना किसानों के पास कोई टैंट और ना ही वहां किसी और तरीके का इंतजाम है. फिलहाल किसान खुले आसमान के नीचे अपनी मांगे मनवाने के लिए बैठे हैं. हालांकि सिरसा पहुंचे बड़े किसान नेता राकेश टिकैत यहां से निकल चुके हैं.

दरअसल 11 जुलाई को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का किसान विरोध कर रहे थे. इसी दौरान किसानों ने उग्र होकर उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. जिसके बाद 100 से ज्यादा किसानों के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया. इन्हीं केसों को वापस कराने के लिए किसान प्रदर्शन कर रहे थे. और 17 जुलाई को उन्होंने महापंचायत भी की. लेकिन प्रशासन के बाद उनकी बात नहीं बनी जिसके बाद अब वो दक्ष प्रजापति रोड पर धरना दे रहे हैं. और यहां रात उनकी खुले आसमान के नीचे ही बीतेगी.

किसान देशद्रोह केस
धरास्थल पर गश्त करते पुलिसकर्मी

ये भी पढ़िए: चंडीगढ़ किसान बवाल मामला: क्या पुलिस ने गिरफ्तार किया 13 साल का बच्चा? जानिए वायरल वीडियो का सच

आपको बतां दें कि किसान सभी किसानों के ऊपर से देशद्रोह के मुकदमे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. यहां राकेश टिकैत ने कहा भी कि पुलिस अगर शीशे तोड़ती है तो उन पर कोई मुकदमा नहीं होता. लेकिन किसानों के साथ ये किया जा रहा है. यहां ये भी बता दें कि किसान 7 महीने से भी ज्यादा समय से तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

ये भी पढ़िए: पुलिस शीशे तोड़े तो कोई बात नहीं, किसान तोड़े तो देशद्रोही, सुनिए टिकैत का बड़ा बयान

सिरसाः किसानों पर हुए देशद्रोह के मुकदमे के बाद प्रशासन से बातचीत में भी कोई हल नहीं निकल पाया और किसानों ने सिरसा के दक्ष प्रजापति चौक पर जाम लगा दिया. अब किसान वहीं बैठे हुए हैं लेकिन वहां ना किसानों के पास कोई टैंट और ना ही वहां किसी और तरीके का इंतजाम है. फिलहाल किसान खुले आसमान के नीचे अपनी मांगे मनवाने के लिए बैठे हैं. हालांकि सिरसा पहुंचे बड़े किसान नेता राकेश टिकैत यहां से निकल चुके हैं.

दरअसल 11 जुलाई को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का किसान विरोध कर रहे थे. इसी दौरान किसानों ने उग्र होकर उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. जिसके बाद 100 से ज्यादा किसानों के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया. इन्हीं केसों को वापस कराने के लिए किसान प्रदर्शन कर रहे थे. और 17 जुलाई को उन्होंने महापंचायत भी की. लेकिन प्रशासन के बाद उनकी बात नहीं बनी जिसके बाद अब वो दक्ष प्रजापति रोड पर धरना दे रहे हैं. और यहां रात उनकी खुले आसमान के नीचे ही बीतेगी.

किसान देशद्रोह केस
धरास्थल पर गश्त करते पुलिसकर्मी

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आपको बतां दें कि किसान सभी किसानों के ऊपर से देशद्रोह के मुकदमे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. यहां राकेश टिकैत ने कहा भी कि पुलिस अगर शीशे तोड़ती है तो उन पर कोई मुकदमा नहीं होता. लेकिन किसानों के साथ ये किया जा रहा है. यहां ये भी बता दें कि किसान 7 महीने से भी ज्यादा समय से तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

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