सिरसा: देशद्रोह के मामले में किसानों और सिरसा प्रशासन के बीच तीसरी दौर की बैठक भी विफल रही. प्रशासन ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन लंबी चली बैठ के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला. जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान जत्थेबंदियों ने दो घंटे के लिए भावदीन, खुईयांमुलकाना और पंजवाना टोल प्लाजा को जाम (Farmers Protest Sedition Case) किया.
संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर किसानों ने भारी संख्या में इक्टठी होकर दोनों टोल प्लाजा को जाम किया. गौरतलब है कि 11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा (Deputy Speaker Ranbir Gangwa Car Attack) की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Devi Lal University) में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
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आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां निकला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.