सिरसा: हरियाणा में बेमौसम भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसान काफी परेशान हैं. पिछले दोनों सिरसा में भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं, चना सरसों और सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. सिरसा के विभिन्न गांवों में ओलावृष्टि और बरसात के चलते कई क्षेत्रों में फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. अब किसान खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग हरियाणा सरकार से कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज विभिन्न गांवों से किसान सिरसा के लघु सचिवालय पहुंचे और किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन भी सौंपकर सरकार से जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी करवा कर किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
किसान नेता जसबीर सिंह ने कहा कि बीते दिनों हुई बरसात और ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों चना इत्यादि फसलों का भारी नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि बारिश और ओलावृष्टि से सब्जियों की फसलें भी खराब हो गई हैं. इसलिए उनकी मांग है कि गेहूं, चना और सरसों की खराब हुई फसलों के लिए पचास हजार प्रति एकड़ और सब्जियों की खराब हुई फसलों के लिए एक लाख प्रति एकड़ का मुआवजा किसानों को दें.
वहीं, किसान नेता जसबीर सिंह ने कहा कि सरकार के आदेश पर जब अधिकारी गांवों में स्पेशल गिरदावरी करने जाए तो उस गांव के सरपंच के समक्ष ही गिरदावरी करवाई जाए. बता दें कि पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा सत्र में हरियाणा के किसानों की खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए अधिकारियों को स्पेशल गिरदावरी करने के आदेश दिए थे. उसके बाद हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने भी रानियां हलके का दौरा कर किसानों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया था. इसके बावजूद किसानों ने आज सिरसा के लघु सचिवालय के बाहर धरना देकर उचित मुआवजे की मांग की है.
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