सिरसा: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का संघर्ष पिछले लंबे समय से चल रहा है. जिसके चलते संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के द्वारा बीजेपी व जेजेपी कार्यकर्ताओं का लगातार विरोध किया जा रहा है. बीजेपी व जेजेपी द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्यक्रमों का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं. उसी के चलते आज करनाल में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान भी किसानों ने विरोध किया. किसानों को सूचना मिलते ही किसान विरोध जताने के लिए एकत्रित हुए तो पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) किया गया जिसके चलते काफी किसानों को गम्भीर चोटें भी आई.
इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदेशभर के सभी टोल प्लाजा व नेशनल हाइवे को जाम कर दिया गया. जिसके चलते सिरसा में भी किसानों के द्वारा भावदीन टोल प्लाजा व सिरसा से पंजाब, दिल्ली की ओर जाने वाली रोड को जाम कर (sirsa farmer road jaam) दिया गया. इसके अलावा किसानों ने बाबा भुमण शाह चौक पर धरना भी लगा दिया. किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध के चलते संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों द्वारा लगातार बीजेपी व जेजेपी पार्टी के नेताओं का विरोध किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम पर बवाल, पुलिस ने किसानों पर किया लाठीचार्ज, कई घायल
उन्होंने बताया कि उसी के चलते आज किसानों द्वारा करनाल में बीजेपी की बैठक और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध किया गया. जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा हमारे किसान भाईयों पर लाठीचार्ज किया गया. इस दौरान कई किसानों को गम्भीर चोटें आई. उन्होंने बताया कि उसी के विरोध में हमनें आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान की पालना करते हुए शाम 5 बजे तक सभी नेशनल हाईवे व टोल प्लाजा को जाम किया है. किसान नेता ने बताया कि सरकार द्वारा जब-जब हमारे किसी भी किसान भाई पर लाठीचार्ज किया जाएगा, अत्याचार किया जाएगा तो किसान इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा व सरकार का विरोध किया जाएगा.
बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. बता दें कि किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया और किसानों को रोकने के लिए पुलिस का बल का इस्तेमाल करना पड़ा.
ये भी पढ़ें- करनाल में बवाल: पीछे-पीछे लाठीधारी पुलिस...आगे-आगे किसान...दौड़ा दौड़ाकर पीटा