सिरसा: हरियाणा के सिरसा में किसानों ने खराब फसलों के मुआवजे को लेकर पक्का मोर्चा शुरू कर दिया है. जिसके चलते शुक्रवार को किसानों ने सिरसा लघु सचिवालय में पक्का मोर्चा (Farmer protest in Sirsa mini Secretariat) लगा दिया. किसानों के धरने को लेकर लघु सचिवालय में भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. इस दौरान किसानों ने सरकार व प्रशासन द्वारा अपनाए जा रहे उदासीन रवैये को लेकर रोष व्यक्त किया. पक्के मोर्चे की अध्यक्षता हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने की.
प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसानों की लंबित मांगों को लेकर सरकार व प्रशासन को 25 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन उन्होंने किसानों की मांगों को लेकर कोई सकारात्मक रवैया नहीं दिखाया. जिसको लेकर किसानों में भारी रोष है. फसलें बर्बाद होने के कारण किसानों को दोहरी समस्या से गुजरना पड़ रहा है. किसानों की मांग है कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमे की फसल का मुआवजा दिया जाए व बकाया बीमा क्लेम की राशि भी दी जाए.
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साथ ही प्रहलाद सिंह ने बताया कि नहरी पानी में कटौती करके नहरें महीने में सात दिन चलाई जा रही हैं, जबकि पहले 15 दिन नहरें चलती थी. साथ ही किसानों के ट्यूबवैल के कनेक्शन जारी करने की मांग की है. किसान नेता ने बताया कि हाल ही में यूरिया खाद की कमी के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते यूरिया उपलब्ध करवाई जाने और बुढ़ापा पेंशन को पुन: बहाल करने की मांग की है.
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